उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में हैदरगढ़ के सेक्शनल रेलपथ निरीक्षक गजेन्द्र वर्मा हमेशा अपने अधीनस्थों से गाली गलौज से ही बात करते हैं। उनका मनोबल इतना ऊंचा है कि वो मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों एवं मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों के लिए भी हमेशा गाली का प्रयोग करते रहते हैं।
लखनऊ। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में हैदरगढ़ के सेक्शनल रेलपथ निरीक्षक गजेन्द्र वर्मा हमेशा अपने अधीनस्थों से गाली गलौज से ही बात करते हैं। उनका मनोबल इतना ऊंचा है कि वो मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों एवं मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों के लिए भी हमेशा गाली का प्रयोग करते रहते हैं। जब ये मंडल के अधिकारी एवं मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों के लिए भी गाली का प्रयोग करते रहते हैं तब ये अपने अधिनस्थ ट्रैकमैनो से कैसे बात करते होंगे? इनके व्यवहार से ट्रैकमैन हमेशा आतंकित रहते हैं।
गजेन्द्र वर्मा कहते हैं कि मेरा बाप रेलवे बोर्ड में डायरेक्टर हैं मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है बल्कि मैं ही सबकी ऐसी तैसी कर दूंगा। इसी गाली गलौज के कारण गजेन्द्र वर्मा एवं गैंग संख्या 30 हैदरगढ़ के मेट शालिग्राम मंडल के साथ दिनांक 24/01/2023 को बहस हो गई। तब से गैंग की हाजरी शीट को रेलपेल निरीक्षक अपने पास ही रखे हैं। और सभी कर्मचारी पेट्रोल मैन, कि मैन, ट्रैकमैन हाजरी सीट पर बिना हस्ताक्षर किए ही ड्यूटी कर रहे हैं जो नियम विरुद्ध है।