भुवनेश्वर। देश में कोरोना महामारी से अबतक 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। ऐसे में हमारे देश के कारोना वॉरियर्स ( डॉक्टर, पुलिस, सफाईकर्मी) लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सेवा कर रहे हैं। इसी के चलते ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बड़ा ऐलान किया है। ओडिशा सरकार ने सभी कोरोना वॉरियर्स का 50 लाख का बीमा कर दिया हे, इसके साथ ही अगर किसी वॉरियर्स की इस दौरान जान जाती है तो उसे शहीद का दर्जा मिलेगा।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे योद्धाओं को ओडिशा सरकार सम्मान देगी। पटनायक सरकार ने फैसला लिया है कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स अगर जान गवांते हैं तो उनके सरकार शहीद का दर्जा देगी। इतना ही नहीं ऐसे लोगों के परिवार को आर्थिक मदद देते हुए 50 लाख रुपये भी दिए जाएंगे। यह आर्थिक सहायता सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर के कोरोना वॉरियर्स के लिए होंगे।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कि कोरोना काल में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर और इससे जुड़ी सेवाओं में लगे कर्मचारियों के लिए सरकार ने पहल की है। ऐसे लोगों के साथ अगर कोई अनहोनी होती है तो सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी। ऐसे लोगों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। सरकार इन सभी कोरोना वॉरियर्स के लिए खास योजना तैयार की है। योजना के तहत इन लोगों को अवॉर्ड दिए जाएंगे। ये अवॉर्ड राष्ट्रीय दिवसों पर दिए जाने का फैसला लिया गया है।
ओडिशा सीएम ने कहा कि योजनाओं के साथ ही राज्य सरकार ने कोरोना वॉरियर्स के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ भी सख्ती दिखाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई भी किसी ऐसे कार्य में लिप्त होता है, और स्वास्थ्य कर्मियों के काम में खलल डालेगा या उन्हें बेइज्जती करेगा, तो उनके खिलाफ बहुत कड़ी आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के प्रावधान के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
ओडिशा में मंगलवार को पांच और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 79 हो गई है। सभी मामले पश्चिम बंगाल की सीमा से लगने वाले बालासोर जिले से सामने आए हैं। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने नए मरीजों के ब्योरे उपलब्ध नहीं कराए हैं। सभी नए मामलों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है और आगे के कदम भी उठाए जा रहे हैं।