नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल 2019 राज्यसभा में पेश हो गया है। बिल पर बहस के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं कल से देख और सुन रहा हूं। यह कहा गया कि जो लोग इस बिल का समर्थन नहीं करते वो देशद्रोही हैं और जो समर्थन करेंगे वो देशभक्त हैं। मैंने ये भी पढ़ा है कि जो इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे वो पाकिस्तान की भाषा बोलेंगे। मैं कहता हूं कि यह पाकिस्तान की असेंबली तो नहीं हैं। हम इस देश के नागरिक हैं। देश की जनता ने वोट किया है। हमें पाकिस्तान की भाषा पसंद नहीं है तो हमारी इतनी मजबूत सरकार है तो पाकिस्तान को खत्म करें। पाकिस्तान को खत्म करने में हम सरकार के साथ हैं।
शिवसेना सांसद ने कहा कि गृह मंत्री जी, आपने 370 को हटाया, हमने समर्थऩ दिया। आज बहुत से हिस्से में नागरिकता बिल का विरोध हो रहा है, हिंसा हो रही है। जो भी विरोध कर रहे हैं, वे भी देश के नागरिक हैं, देशद्रोही नहीं। हम कितने कठोर हिंदू हैं, इसका प्रमाण नहीं चाहिए। आप जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं, उसके हम हेडमास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बाला साहेब ठाकरे, अटल जी और श्माया प्रसाद मुखर्जी थे।
मैं मानता हूं कि ये बिल धार्मिक नहीं है। मानवता के आधार पर इस पर चर्चा होनी चाहिए। अगर हम शरणार्थियों को जगह दे रहे हैं, तो घुसपैठियों को निकालना चाहिए। हम ये मानते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों के साथ ज्यादती हुई है।
संजय राउत ने कहा कि मजबूत प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर हमारी आशा है। क्या इस बिल के पास होने के बाद आप घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे? अगर शरणार्थियों को इस बिल के पास होने के बाद आप घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे। अगर शरणार्थियों को स्वीकार करते हैं तो उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
वहीं टीआरएस सांसद के केशव राव ने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि यह मुस्लिम विरोधी है। यह संविधान और इस देश के मूल आदर्शों के खिलाफ है। इस बिल के लागू होने से लोगों के बीच में डर बढ़ेगा। जेडीयू सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करते हुए कहा कि विपक्ष भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है। इसका भारत के मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है।
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन किया है। पार्टी सांसद एस.आर. बालासुब्रमण्यम ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि मैं पीएम और गृह मंत्री से अपील करता हूं कि इस बिल में मुसलमानों को भी शामिल किया जाएगा।