लखनऊ। उन्नाव में आज सुबह गैंगरेप पीड़िता के साथ हुई हैवानियत पर सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए योगी सरकार को इस्तीफा देने की नसीहत दी है। अखिलेश ने इस घटना के लिए पूरी तरह से सरकार को जिम्मेदार ठहराया है वहीं उन्होने मांग की है कि न्यायालय पीड़िता का बेहतर उपचार करवाने के निर्देश दे। दूसरी तरफ सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को खस्ताहाल बताते हुए यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए.
माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 5, 2019
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आपको बता दें कि आज सुबह उन्नाव में एक गैंगरेप पीड़िता को आरोपियों ने पेट्रोल डालकर जिन्दा जलाने का प्रयास किया। पीड़िता की हालत नाजुक है, डॉक्टरो के मुताबिक पीड़िता 90 प्रतिशत जल चुकी है ऐसे में उसकी हालत बहुत नाजुक बतायी जा रही है। इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार को पूरी तरह से घेर लिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए। माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे।
जहां हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर पूरे देश में सड़क से लेकर संसद तक प्रदर्शन चल रहे हैं वहीं उन्नाव में एक गैंगरेप पीड़िता के साथ वैसी ही हैवानियत होने से पूरा प्रदेश शर्मसार हो गया है। गैंगरेप के मामले में जेल से रिहा हुए आरोपियों ने गैंगरेप पीड़िता को जिन्दा जलाने का प्रयास किया। ये घटना उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि कुछ दिनो पहले ही एक युवती से रेप हुआ था, दो आरोपियों को जेल भेजा गया थो जो कुछ दिनो पहले ही जमानत पर रिहा होकर आये थे।