रामपुर। नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों में पास होने के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में इसका विरोध हो रहा है। अब इस बिल के विरोध में उत्तर प्रदेश में भी आवाज उठने लगी है। तालीम तरबियत वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक फैसल खान ने इस बिल के विरोध में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
फैसल खान लाला का कहना है कि नागरिकता संशोधन बिल से केवल मुसलमानों को हटाकर केंद्र सरकार ने हिंदुस्तान की गंगा जमनी तहजीब, हिंदू-मुस्लिम अखंडता को तोड़ने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान कहता है कि सबको बराबरी के नजर से देखें लेकिन बीजेपी का यह बिल सबको बांटने वाला है।
फैसल खान ने कहा कि हमारा संविधान सभी धर्मों और सभी संस्कृतियों की न सिर्फ रक्षा करता है, बल्कि सभी धर्मों का आदर करता है। इसके साथ ही सभी इंसान को इज्जत से जीने का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि एकता और समानत ही भारत की पहचान है जिसको नष्ट करने से हर एक धर्म जाति और सांस्कृति जाति और धर्म को निशाना बनाएगी। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए फैसल खान ने कहा कि सरकार मुसलमानों की अजादी की लड़ाई की बुनियाद को मिटाना चाहती है।