नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि यह कानून सांप्रदायिक है और इसे तत्काल वापस लेना चाहिए। वहीं, इस बिल को लेकर कई राज्यों में हिंसा भी हो रही है। लोग सड़कों पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं।
वहीं, इसको लेकर विपक्ष एकजुट हो गया है और विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। इस दौरान प्रतिनिधमंडल उन्हें देश की वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराएगा। हालांकि इस प्रतिनिधिमंडल से शिवसेना ने दूरी बना ली है। जबकि पहले कहा जा रहा था शिवसेना इसका हिस्सा है।
नागरिकता कानून को लेकर राष्ट्रपति से आज शाम को विपक्षी दल के प्रमुख नेता मुलाकात करेंगे। इस कानून के खिलाफ रविवार को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसक प्रदर्शन हुए। जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा गया और पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
वहीं, राष्ट्रपति से मुलाकात से अपनी पार्टी को अलग करते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। शिवसेना इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं है। वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में नागरिकता कानून को लागू किया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘हमारे मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) इसपर कैबिनेट बैठक में फैसला लेंगे।’