नई दिल्ली। शनिवार के दिन रूस (Russia) में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड तेजी देखी गई। यहां एक दिन में कोरोना वायरस के रेकॉर्ड 9,623 केस दर्ज किए गए। एक दिन में यहां 57 मौतें भी हो गईं। वहीं, सबसे ज्यादा प्रभावित मॉस्को के मेयर सेजू सॉबयानिन ने अनुमान लगाया है कि मॉस्को के करीब 2 प्रतिशत यानी 2 लाख 53 हजार 800 लोग कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। रूस में आधिकारिक तौर पर अब तक कुल 1 लाख 24 हज़ार 054 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिसमें प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन भी शामिल हैं।
मॉस्को में चिंताजनक हालात
रूस में रविवार को 10,633 केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही देश में कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 1 लाख 34 हजार पार कर चुकी है। वहीं, अब तक 1,420 लोगों की मौत हो चुकी हैं। चिंता जताई जा रही है कि राजधानी मॉस्को में कहीं हालात इतने खराब न हो जाएं कि मेडिकल फसिलटी अपने चरम पर पहुंच जाए। हालात से निपटने के लिए पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं। अस्थायी अस्पताल और शवगृह बनाए जा रहे हैं और बड़े स्तर पर टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है।
ड्रोन-हेलिकॉप्टर से निगरानी
वहीं, रूस के नैशनल गार्ड ने फैसला किया है कि मॉस्को में लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है या नहीं, इसे मॉनिटर करने के लिए हेलिकॉप्टर और ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जाएगा। इनसे इस हफ्ते में छुट्टी वाले दिनों में निगरानी की जाएगी। चिंता जताई गई है कि स्प्रिंग का गर्म मौसम आने से और कई छुट्टियों के होने से बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं। पार्कों में घूमने जा सकते हैं।
अभी बढे़ंगे मामले
मेयर का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से इन्फेक्शन को फैलने से रोकने में मदद मिली है। उनका कहना है कि मॉस्को में बड़े स्तर पर टेस्टिंग की जा रही है। हालांकि, उन्होंने साफ किया है कि अभी वायरस अपने चरम पर नहीं पहुंचा है। यहां बच्चों में कोरोना इन्फेक्शन बढ़ता दिख रहा है। अब तक 2 बच्चों की मौत हो चुकी है और 11 बच्चे गंभीर हालात में हैं।