एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने देश में कोविड-19 से निपटने के लिए चल रहे लॉकडाउन को ‘असंवैधानिक करार’ दिया और मांग की कि राजग सरकार संकटग्रस्त प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए कदम उठाए। ओवैसी ने एक ऑनलाइन जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”यह लॉकडाउन असंवैधानिक है। भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून, महामारी कानून के तहत पूरे देश को लॉकडाउन में नहीं रख सकती। उन्होंने कहा कि यह संघवाद के खिलाफ है। यह राज्य का विषय है। मुझे पता नहीं कि राज्य सरकारें क्यों चुप हैं।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों की ट्रेन से कुचलने से मौत की घटना का जिक्र करते हुए ओवैसी ने दावा किया कि लॉकडाउन बिना योजना के लागू किया गया और प्रवासी श्रमिक परेशानी में हैं। एआईएमआईएम नेता ने सामाजिक दूरी बनाकर रखने की जरूरत को रेखांकित किया और महाराष्ट्र में मालेगांव के लोगों से दूरी बनाकर रखने और अनुशासन का पालन करने की अपील की जहां वायरस तेजी से फैल रहा है।
देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 74,281 अब तक कुल मौतें 2415
देश में कोरोनावायरस संक्रमण के चलते बुधवार सुबह तक 2,415 मौतें हो चुकी हैं, वहीं इस घातक वायरस से अब तक 74 हजार 281 लोग संक्र्रमित हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये जानकारी दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ताजा आंकड़े पेश करते हुए कहा कि देश में कोरोना से प्रभावित लोगों की कुल संख्या 74,281 पहुंच गई है। इसमें में 47,480 अभी भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जबकि 24,385 को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। वहीं देश में मौतों की संख्या 2,415 हो गई है। वहीं, देश में अब भी अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर और मिजोरम कोरोना मुक्त राज्य बने हुए हैं।
उधर आंध्र प्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 2,090 हो गयी है, जिनमें से 1,056 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 46 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। असम में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा 65 है, जिनमें से 39 को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है। यहां 2 लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हुई है। बिहार में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक यहां अब तक 831 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 383 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 6 लोगों की मौत हुई है।