नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार दुनिया भर में कश्मीर राग अलापते रहते हैं। इस बार ‘ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी’ के मंच से उन्होंने भारत सरकार द्द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा है कि इस कानून के कारण लाखों मुस्लिमों को भारत छोड़ना पड़ेगा। यह इस प्रकार की शरणार्थी समस्या होगी जिसके आगे दुनिया की सारी समस्याएं छोटी लगेंगी।
स्विटजरलैंड के जेनेवा में आयोजित ‘ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी’ में बोलते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में भारत में एक नागरिकता कानून को लागू किया गया है, जिसकी वजह से भारत के लाखों मुसलमान को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा। इससे एक ऐसा शरणार्थी संकट पैदा होगा, जिसके आगे दुनिया के अन्य संकट छोटे लगेंगे। उन्होंने कहा कि इस शरणार्थी संकट की वजह से दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है।
इस मुद्दे पर इमरान ने कहा कि पाकिस्तान विवादित कश्मीर में भारत द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजर भारत से आने वाले अधिक शरणार्थियों को स्थान नहीं देगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा एक और विधायी कदम एक संशोधित नागरिकता अधिनियम पास किया जिसके तहत 2015 से पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए छह धार्मिक अल्पसंख्यकों-हिंदू, पारसी, जैन, ईसाई, बौद्ध और सिखों से अवैध प्रवासियों को नागरिकता प्रदान की जाएगी। लेकिन इस बिल में इन देशों से मुस्लिमों को नागरिकता नहीं दी जाएगी क्योंकि सरकार का मानना है कि यह मुस्लिम बहुल देश हैं और इन देशों में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा नहीं हो सकती है।