नई दिल्ली। पाकिस्तान ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लाइट के लिए अपनी सीमा में पडऩे वाले हवाई क्षेत्र को देने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है श्श्हमने भारतीय उच्चायोग को अवगत कराया है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति नहीं देंगे।
पीएम मोदी 22 सितंबर को अमेरिका के ह्यूस्टन जाएंगे जहां हाउडी मोदी क ार्यक्रम में हिस्सा लेंगे जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और नरेंद्र मोदी एक साथ हिस्सा लेंगे। पाकिस्तान की इस हरकत पर भारत ने अफसोस जताया है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय नियम का ख्याल करने की नसीहत दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दो हफ्ते में लगातार दो बार वीवीआईपी फ्लाइट्स को गुजरने की अनुमति न देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
पाकिस्तान को स्थापित अंतरराष्ट्रीय नियमों का अच्छी तरह पालन करना चाहिए और एकतरफा कार्रवाई करने की अपनी पुरानी आदतों को नहीं दोहराने पर पुनर्विचार करना चाहिए। इससे पहले सात सितंबर को पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से उडऩे की अनुमति देने के नई दिल्ली के आग्रह को शनिवार को ठुकरा दिया था।
जियो न्यूज ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद के हवाले से कहा था भारत के कब्जे वाले कश्मीर में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन का हवाला देते हुए इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत का अनुरोध खारिज किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहाए पाकिस्तान को यह फैसला इसलिए लेना पड़ा क्योंकि भारत ने कश्मीर को लेकर आक्रामकता दिखाई है।
कुरैशी ने कहा कि कश्मीर में भारत की ओर से की जा रही बर्बरता एक गंभीर मुद्दा हैए जिसे वह संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद में लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा अनुच्छेद 370 को हटे और जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद 34 दिन बीत चुके हैंए फिर भी वहां लोगों पर पाबंदियां लगी हुईं हैं।
अगस्त में ऐसी खबरें आ रही थीं कि भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने पर इमरान विचार कर रहे हैं। इसके अलावा भारत और अफगानिस्तान के बीच पाकिस्तान से होकर गुजरने वाले मार्ग को भी बंद किए जाने पर विचार किया जा रहा था।