1. हिन्दी समाचार
  2. दुनिया
  3. Pakistani Economy ‘धड़ाम’, पाकिस्तान मुद्रा 261 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक पहुंची

Pakistani Economy ‘धड़ाम’, पाकिस्तान मुद्रा 261 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक पहुंची

आर्थिक तंगी (Economy Crisis ) से जूझ रहे पाकिस्तान में डॉलर (Dollars) के दाम पाकिस्तानी रुपयों (Pakistani Rupee) के मुकाबले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे गए हैं। पाकिस्तानी टीवी चैनल (Pakistani TV Channel) जियो टीवी (GEO TV) की एक रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान की मुद्रा 261 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गई।

By संतोष सिंह 
Updated Date

इस्लामाबाद। आर्थिक तंगी (Economy Crisis ) से जूझ रहे पाकिस्तान में डॉलर (Dollars) के दाम पाकिस्तानी रुपयों (Pakistani Rupee) के मुकाबले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे गए हैं। पाकिस्तानी टीवी चैनल (Pakistani TV Channel) जियो टीवी (GEO TV) की एक रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान की मुद्रा 261 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गई। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बहुत जरूरी बेल आउट पैकेज (Bail Out Package) प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा एक्सचेंज रेट (Exchange Rate) पर अपनी पकड़ ढीली करने के बाद यह गिरावट आई है।

पढ़ें :- Lok Sabha Election 2024 : यूपी में 5 बजे तक 57.54 प्रतिशत मतदान, बंगाल में 78% वोटिंग, जानें- कहां कितना हुआ मतदान

बता दें कि पिछले दिन के मुकाबले रुपया 6 अंक और नीचे आ गया है जो कि गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में 255 पर ट्रेड कर रहा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईएमएफ (IMF)  ने पाक सरकार (Pak Government)से अपना नियंत्रण समाप्त करने और बाजार की शक्तियों को मुद्रा दर निर्धारित करने देने के लिए कहा था। इस बेहद कठिन शर्त को आर्थिक संकट (Economic Crisis) से गुजर रहे पाकिस्तान ने आसानी से स्वीकार कर लिया था। आपको बता दें कि पाकिस्तान 6.5 बिलियन डॉलर (Billion Dollars) की फंडिंग प्राप्त करने के लिए वैश्विक निकाय (Global Body) की मंजूरी हासिल करना चाह रहा है जो वर्तमान में रुका हुआ है।

वहीं पाकिस्तान डॉलर की भारी कमी का सामना भी कर रहा है। पड़ोसी देश के पास 5 अरब डॉलर से भी कम का भंडार बचा हुआ है जो उसके तीन सप्ताह के आयात के वित्तपोषण के लिए शायद ही पर्याप्त है। रिपोर्ट के अनुसार, पकिस्तान सरकार को लग्जरी कार या अन्य सामानों पर भारी खर्च को रोकने के लिए नई नीति लानी चाहिए, लेकिन यहां सरकार भी पूरी तरह से विफल होती नजर आ रही है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...