1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • रविवार, 12 सितंबर, 2021

पंचांग • रविवार, 12 सितंबर, 2021

पंचांग 12/09/21, रविवार यह पृष्ठ 12 सितंबर, 2021 को तिथि, नक्षत्र, अच्छा और बुरा समय आदि दिखाता है।

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • रविवार, 12 सितंबर, 2021
विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – भाद्रपद
अमंत मास – भाद्रपद

पढ़ें :- Chaitra Purnima 2024 : चैत्र पूर्णिमा का व्रत इस दिन रखा जाएगा , जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

तिथि
शुक्ल पक्ष षष्ठी – 11 सितंबर 07:37 अपराह्न – 12 सितंबर 05:20 अपराह्न
शुक्ल पक्ष सप्तमी – 12 सितंबर 05:21 अपराह्न – 13 सितंबर 03:11 अपराह्न

नक्षत्र
विशाखा – 11 सितंबर 11:23 पूर्वाह्न – 12 सितंबर 09:50 पूर्वाह्न
अनुराधा – 12 सितंबर 09:50 पूर्वाह्न – 13 सितंबर 08:23 पूर्वाह्न

करण
कौलवा – सितंबर 11 07:37 अपराह्न – 12 सितंबर 06:28 पूर्वाह्न
तैतीला – सितम्बर 12 06:28 पूर्वाह्न – 12 सितम्बर 05:21 अपराह्न
गरिजा – 12 सितंबर 05:21 अपराह्न – 13 सितंबर 04:15 पूर्वाह्न
वनिजा – 13 सितंबर 04:15 पूर्वाह्न – 13 सितंबर 03:11 अपराह्न

योग
वैधृति – 11 सितंबर 02:41 अपराह्न – 12 सितंबर 11:43 पूर्वाह्न
विशकंभा – सितम्बर 12 11:43 पूर्वाह्न – 13 सितम्बर 08:50 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Pitru Paksha 2024 : जानें कब से शुरू होगा पितृ पक्ष , पितरों की आत्मा की शांति के लिए  विशेष है

वारा
रविवर (रविवार)

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:16 AM
सूर्यास्त – 6:29 अपराह्न
चंद्रोदय – सितम्बर 12 11:21 AM
चंद्रास्त – सितम्बर 12 10:32 अपराह्न

अशुभ काल
राहु – 4:58 अपराह्न – 6:29 अपराह्न
यमगंडा – 12:23 अपराह्न – 1:54 अपराह्न
गुलिक – 3:26 अपराह्न – 4:58 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 04:52 अपराह्न – 05:40 अपराह्न
वरज्यम – 01:36 अपराह्न – 03:06 अपराह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:58 पूर्वाह्न – 12:47 अपराह्न
अमृत ​​काल – 10:37 अपराह्न – 12:07 पूर्वाह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:40 पूर्वाह्न – 05:28 पूर्वाह्न

आनंददी योग
उत्पन्ना तक – 09:50 AM
मृत्यु

पढ़ें :- Hanuman Janmotsav 2024 : हनुमान जयंती पर बन रहा है अद्भुत शुभ योग , जानें उपाय और मुहूर्त

सूर्या रसी
सिंह में सूर्य (सिंह)

चंद्र रासी
चंद्रमा वृषिका (वृश्चिक) में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – भाद्रपद
पूर्णिमांत – भाद्रपद
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – भाद्रपद 21, 1943
वैदिक ऋतु – वर्षा (मानसून)
ड्रिक रितु – शरद (शरद ऋतु)

चंद्राष्टम
1. अश्विनी, भरणी, कृतिका प्रथम १ पदम

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...