1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग, बुधवार, 14 जुलाई, 2021

पंचांग, बुधवार, 14 जुलाई, 2021

पंचांग 14/07/21, बुधवार, यह पृष्ठ 14 जुलाई, 2021 को तिथि, नक्षत्र, अच्छा और बुरा समय आदि दिखाता है।

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग, बुधवार, 14 जुलाई, 2021
विक्रम संवत – 2078, आनंद,
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – आषाढ़:
अमंत मास – आषाढ़

पढ़ें :- Hanuman Janmotsav 2024 : हनुमान जयंती पर बन रहा है अद्भुत शुभ योग , जानें उपाय और मुहूर्त

तिथि
शुक्ल पक्ष चतुर्थी – जुलाई 13 08:24 पूर्वाह्न – जुलाई 14 08:02 पूर्वाह्न:
शुक्ल पक्ष पंचमी – 14 जुलाई 08:02 पूर्वाह्न – 15 जुलाई 07:16 पूर्वाह्न

नक्षत्र
पूर्वा फाल्गुनी – जुलाई 14 03:41 पूर्वाह्न – जुलाई 15 03:42 पूर्वाह्न
उत्तरा फाल्गुनी – जुलाई 15 03:42 पूर्वाह्न – जुलाई 16 03:21 पूर्वाह्न

करण
विष्टी – जुलाई १३ ०८:१६ अपराह्न – जुलाई १४ ०८:०२ पूर्वाह्न
बावा – जुलाई 14 08:02 पूर्वाह्न – जुलाई 14 07:42 अपराह्न
बलवा – जुलाई 14 07:42 अपराह्न – जुलाई 15 07:16 पूर्वाह्न

योग
व्यतिपता – जुलाई 13 02:48 अपराह्न – जुलाई 14 01:26 अपराह्न
वरियान – जुलाई 14 01:26 अपराह्न – जुलाई 15 11:43 पूर्वाह्न

पढ़ें :- 19 अप्रैल 2024 का राशिफलः इन राशि के लोगों को आज मिल सकता है भाग्य का साथ, पढ़ें आपका कैसा रहेगा दिन

वारा
बुधवार (बुधवार)

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:53 AM
सूर्यास्त – 7:11 अपराह्न
चंद्रोदय – जुलाई 14 9:33 AM
चंद्रमा अस्त – जुलाई १४ १०:३५ अपराह्न

अशुभ काल
राहु – 12:32 अपराह्न – 2:12 अपराह्न
यमगंडा – 7:33 पूर्वाह्न – 9:13 पूर्वाह्न
गुलिक – 10:52 पूर्वाह्न – 12:32 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 12:06 अपराह्न – 12:59 अपराह्न
वर्ज्यम – 10:48 पूर्वाह्न – 12:23 अपराह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – नीला
अमृत ​​काल – 09:18 अपराह्न – 10:54 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:17 पूर्वाह्न – 05:05 पूर्वाह्न

आनंददी योग
स्थिरा (सुस्थिर) तक – 03:42 AM
वृद्धी (वार्थमान)

पढ़ें :- Shukra Gochar 2024 : शुक्र देवता मेष राशि में प्रवेश करने वाले है, जानें क्या प्रभाव पड़ सकता है

सूर्या रसी
मिथुन राशि में सूर्य (मिथुन)

चंद्र रासी
चंद्रमा सिंह (सिंह) के माध्यम से यात्रा करता है

चंद्र मास
अमंता – आषाढ़:
पूर्णिमांत – आषाढ़:
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – आषाढ़ 23, 1943
वैदिक ऋतु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
ड्रिक रितु – वर्षा (मानसून)

चंद्राष्टम
1. उत्तरा आषाढ़ अंतिम 3 पदम, श्रवण, धनिष्ठा प्रथम 2 पदम

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...