आगरा। आगरा में अफसरों की मिलीभगत से नियमों की अनदेखी कर एक पेट्रोल पम्प के निर्माण का मामला सामने आया है। तमाम शिकायतों के बाद भी अधिकारी पेट्रोल पंप मालिक पर मेहरबान है। शिकायतकर्ता का कहना है कि गैरकानूनी और फर्जी अभिलेखों के द्वारा पेट्रोल पंप को स्थापित किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता ने आगरा के मंडालायुक्त और आगरा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की गयी है। शिकायतकर्ता मंजीत सिंह का कहना है कि गांधीनगर के प्लॉट संख्या 66 व 67 पर अवैध रूप से पेट्रोल पंप का निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि उमेश अग्रवाल द्वारा फर्जी अभिलेखों के जरिए ये पेट्रोल पंप स्थापित कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आगरा विकास प्राधिकरण के द्वारा कोई भी नक्सा पास नहीं किया गया है। इसके बाद भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए इस पेट्रोल पंप को स्थापित कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये प्लॉट गांधीनगर कॉलोनी जो कि आगरा इम्प्रूवमेंट के समय का स्वीकृत ले आउट प्लान है (फ्री होल्ड नहीं) तथा उनकी लीज में भी आवासीय अंकित है। आरोप है कि गलत दस्तावेज और अधिकारियों की मिलीभगत के जरिए ये पेट्रोल पंप स्थापित कराया जा रहा है।