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पितृ पक्ष 2021: पुत्र पौत्र द्वारा किया जाता है श्राद्ध, पितृ लोक में पूर्वजों को भ्रमण करने से मिलती है मुक्ति

पितृ पक्ष 2021: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक कुल 16 दिनों तक चलता है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

पितृ पक्ष 2021: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक कुल 16 दिनों तक चलता है। इस बार पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2021 Start Date) 20 सितंबर 2021, सोमवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होंगे। पितृ पक्ष का समापन 6 अक्टूबर 2021, बुधवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को होगा। जब सूर्य अपनी प्रथम राशि मेष से भ्रमण करता हुआ छठी राशि कन्या में एक माह के लिए भ्रमण करता है, उस दौरान ही यह सोलह दिनों का पितृपक्ष मनाया जाता है।

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इस तिथि पर श्राद्ध करना माना गया है उत्तम
ज्योतिषीय गणना के अनुसार जिस तिथि में माता-पिता, दादा-दादी आदि परिजनों का निधन होता है। इन 16 दिनों में उसी तिथि पर उनका श्राद्ध करना उत्तम रहता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार उसी तिथि में जब उनके पुत्र या पौत्र द्वारा श्राद्ध किया जाता है तो पितृ लोक में भ्रमण करने से मुक्ति मिलती है और पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त हो जाता है। हमारे पितरों की आत्मा की शांति के लिए ‘श्रीमद्भागवत् गीता’ या ‘भागवत पुराण’ का पाठ अति उत्तम माना जाता है।

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