नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रीजनल कंप्रेहेंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) और फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स (एफटीए) की आलोचना करने पर सोनिया गांधी पर करारा पलटवार किया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि इस समझौते से भारत की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी।
पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने ट्वीट किया, ‘सोनिया गांधी जी आरसीईपी और एफटीए को लेकर अचानक जाग गई हैं। जब आसियान के साथ एफटीए पर 2010 में हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं? जब दक्षिण कोरिया के साथ एफटीए पर 2010 में हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं? जब मलेशिया के साथ एफटीए पर 2011 में हस्ताक्षर हुए थे, जब जापान के साथ 2011 में एफटीए पर हस्ताक्षर हुए थे, तब वह कहां थीं?’
Smt. Sonia Gandhi ji has suddenly woken up to RCEP and FTAs.
So where was she
– When trade deficit with RCEP nations increased from $7 Billion in 2004 to $78 Billion in 2014?
– When her Govt forced India to join RCEP negotiations with China in 2011-12. 1/5— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 2, 2019
Smt. Sonia Gandhi ji has suddenly woken up to RCEP and FTAs.
So where was she
– When trade deficit with RCEP nations increased from $7 Billion in 2004 to $78 Billion in 2014?
– When her Govt forced India to join RCEP negotiations with China in 2011-12. 1/5— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 2, 2019
उन्होंने ट्वीट किया, ‘वह (सोनिया गांधी) तब कहां थीं जब उनकी सरकार ने आसियान देशों के लिए अपना 74 प्रतिशत बाजार खोल दिया था, लेकिन इंडोनेशिया जैसे अमीर देशों ने भारत के लिए केवल 50 प्रतिशत बाजार खोला था? वह अमीर देशों को भारी छूट देने के खिलाफ क्यों नहीं बोलीं?’
Where was Sonia ji when her Govt agreed to explore an India-China FTA in 2007? I hope ex PM Dr Manmohan Singh will speak up against this insult to him
4/5पढ़ें :- सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने से पांच लोगों की मौत, कोविड वैक्सीन सुरक्षित
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 2, 2019
PM @narendramodi ji has highlighted that RCEP must be a win-win “We too would like a win-win outcome. We believe that for this, addressing our concerns over unsustainable trade deficits is important.” https://t.co/3kDKx1taXh
5/5— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 2, 2019
पीयूष गोयल ने का सोनिया गांधी पर पलटवार
गोयल ने ट्वीट किया,” उस समय सोनिया जी कहां थी, जब उनकी सरकार 2007 में भारत-चीन एफटीए पर विचार करने पर सहमत हुई थीं? मुझे उम्मीद है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ़ मनमोहन सिंह उनके इस अपमान के खिलाफ बोलेंगे।”
सोनिया ने आरसीईपी को लेकर बोला था सरकार पर हमला?
आपको बता दें कि सोनिया गांधी ने आरसीईपी को किसानों, दुकानदारों और छोटे उद्यमियों के खिलाफ बताया था। साथ ही आर्थिक मंदी को लेकर मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया था।
क्या है आरसीईपी और एफटीए?
आरसीईपी एक एफटीए यानी मुक्त व्यापार समझौता है. इस मेगा मुक्त व्यापार समझौते पर आसियान सदस्य देशों (ब्रुनेई, दारुस्सलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) और आस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड के बीच बातचीत चल रही है।
जिन मुद्दों पर बातचीत चल रही है, उनमें वस्तु एवं सेवा कारोबार, निवेश, अर्थव्यवस्था और तकनीकी सहयोग, बौद्धिक संपदा, प्रतिस्पर्धा, विवाद समाधान, ई-कॉमर्स और लघु एवं मध्यम उद्यम से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। कई दौर की बातचीत हो चुकी है और इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।