नई दिल्ली। तमिलनाडु के श्री रामकृष्ण तपोवनम आश्रम के फाउंडर स्वामी चिद्भवानंद के भक्तों की संख्या बहुत है। उनकी अभी तक 186 से ज्यादा किताबें भिन्न-भिन्न फॉर्म में छप चुकी हैं। आज उनकी ही किताब भगवत गीता का किंडल वर्जन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लांच किया गया है। इस मौकें पर पीएम ने इसे सबको पढ़ने की सलाह दी है। उन्होने कहा कि भगवत गीता हमें विचार करने के लिए प्रेरणा देती है, हमें कुछ नया करने को प्रेरित करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवत गीता उन विचारों का संयुक्त रूप है, जो आपको विषाद से लेकर सफलता तक ले जाता है। महात्मा गांधी हो अथवा फिर लोकमान्य तिलक, हर कोई गीता से प्रभावित रहा है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गीता आपको ताकत देती है, जिससे आप किसी भी कठिनाई को पार कर जाएं। कोरोना संकट में भी गीता की प्रेरणा ने लोगों को इस महामारी से लड़ने की शक्ति दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज की युवा पीढ़ी को गीता अवश्य पढ़नी चाहिए, जो आज भी जिंदगी में आपको कठिनाइयों से जूझने की सीख देगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के वाक्य भी लोगों को उसी प्रकार प्रभावित करते हैं।