प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को असम के कर्बी एंगलांग जिले के दीफू में ‘विशाल शांति, एकता विकास रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार पूर्वोत्तर में हिंसा छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ने वाले सभी लोगों का समुचित तरीके से पुनर्वास करने के लिए काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले आठ साल में पूर्वोत्तर के तमाम इलाकों में स्थायी शांति स्थापित हो चुकी है।
गुवाहटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को असम के कर्बी एंगलांग जिले (Karbi Anglong District) के दीफू में ‘विशाल शांति, एकता विकास रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार पूर्वोत्तर में हिंसा छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ने वाले सभी लोगों का समुचित तरीके से पुनर्वास करने के लिए काम कर रही है। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि पिछले आठ साल में पूर्वोत्तर के तमाम इलाकों में स्थायी शांति स्थापित हो चुकी है।
श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार इस क्षेत्र में हर जगह स्थायी शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। श्री मोदी असम के कर्बी एंगलांग जिले (Karbi Anglong District) के दीफू में ‘विशाल शांति, एकता विकास रैली’ को संबोधित कर रहे थे। श्री मोदी पूर्वोत्तर के एक दिन के दौरे पर हैं और उनका पहला कार्यक्रम दीफू में था। प्रधानमंत्री का इस दौरे में असम में कई नई परियोजनाओं की आधारशिला रखने और सात कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है।
श्री मोदी ने कहा कि शांति कि दिशा में प्रगति के लिए ही हमने सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (आफ्स्पा) को 23 जिलों से हटा लिया है। नागालैंड और मणिपुर में भी स्थिति की समीक्षा की जा रही है। हम पूर्वोत्तर क्षेत्र में हर जगह शांति कायम करेंगे।
Addressing the ‘Peace, Unity and Development Rally’ in Diphu, Assam. https://t.co/l1UfNfgd9c
— Narendra Modi (@narendramodi) April 28, 2022
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प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने हिंसा की राह छोड़कर देश की मुख्यधारा अपना ली है उनके समुचित पुनर्वास के लिए हमारी सरकार काम कर रही है। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के बीच सीमा विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे का भी उल्लेख किया और कहा कि “सबका साथ सबका विकास” की भावना से राज्य सीमा संबंधी मुद्दों का समाधान खोजा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि “असम और मेघालय के बीच हाल में हुए सीमा समझौते से अन्य राज्यों को भी इसके लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
श्री मोदी ने पूर्वोत्तर के आदिवासी लोगों को अपने स्थानीय उत्पादों को विश्व स्तर पर बाजारों में पहुंचाने के लिए लोकल फॉर वोकल की भावना पर बढ़-चढ़कर काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हम विभिन्न जगहों पर आदिवासी संग्रहालय स्थापित कर आदिवासी और जनजातीय लोगों द्वारा तैयार उत्पादों को प्रोत्साहित कर रहे हैं हमें स्थानीय उत्पादों को बढ़-चढकर उत्साहित करना चाहिए और उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कर्बी ऑन्गलांग पर्वतीय जिले (Karbi Onglong Hill District) में शिक्षा क्षेत्र की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी।