देश में नए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा शुरू कर दिया है। ऐसे में हर किसी की नजरें संभावित उम्मीदवारों के नाम पर टिकी हुई है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।
Presidential election: देश में नए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा शुरू कर दिया है। ऐसे में हर किसी की नजरें संभावित उम्मीदवारों के नाम पर टिकी हुई है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि, महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी (Gopalkrishna Gandhi) ने राष्ट्रपति चुनावों के लिए उम्मीदवारी के विपक्ष के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
ऐसे में विपक्ष के सामने बड़ी चुनौती आ गई है। इससे पहले भी तीन और उम्मीदवारों ने अपने नाम के प्रस्ताव को वापस ले लिया था। उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए उम्मीदवार के रूप में अपने नाम पर विचार करने के लिए विपक्षी नेताओं को धन्यवाद दिया। गोपालकृष्ण गांधी (Gopalkrishna Gandhi) ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष को आम सहमति बनानी चाहिए। कई और भी नेता होंगे जो इसे मुझसे बेहतर करेंगे।
बता दें कि, गोपालकृष्ण गांधी (Gopalkrishna Gandhi) से पहले 2017 में विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीमदवार थे लेकिन उस दौरान भाजपा के उम्मीदवार वेंकैया नायडू से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विपक्ष ने इससे पहले शरद पवार, एच डी देवगौड़ा और फारुख अब्दुल्ला के नाम पर चर्चा की थी लेकिन इन तीनों नेताओं ने भी अपने नाम के प्रस्ताव को वापस ले लिया था। ऐसी स्थिति में विपक्ष के सामने बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गईं हैं।