लखनऊ। पीएम मोदी के नेत्रत्व वाली बीजेपी सरकार के दूसरे कार्यकाल की आज पहली वर्षगांठ है. भाजपा जहां अपनी उपलध्यिों का गुंणगान कर रही है वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार-2 के एक साल के जश्न पर करारा प्रहार किया है. उन्होंने उत्तर प्रदेश में सुसाइड के एक मामले को उठाते हुए यह कहा है कि हिन्दुस्तान में बहुत सारे लोग आज इसी तरह कष्ट में हैं.
एक दुखद घटना में यूपी के भानु गुप्ता ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली। काम बंद हो चुका था। इस शख्स को अपना और माता जी का इलाज कराना था। सरकार से केवल राशन मिला था लेकिन इनका पत्र कहता है और भी चीजें तो खरीदनी पड़ती हैं। और भी जरूरतें होती हैं..1/2https://t.co/A3Y6tBdexr
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 30, 2020
एक दुखद घटना में उत्तर प्रदेश के भानु गुप्ता ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली थी. उसने अपने सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी का हवाला दिया है कि काम बंद हो चुका है, लॉकडाउन बढ़ता जा रहा है. यह शख्स खुद बीमार था और अपनी बीमार मां का भी इलाज कराना चाहता था.
उसने अपने सूसाइड नोट में लिखा है कि सरकार से केवल राशन मिलता था, और भी तो चीजें खरीदनी पड़ती हैं, और भी जरूरतें होती हैं. जबकि प्रियंका गांधी ने आगे लिखा है कि ये पत्र शायद आज एक साल के जश्न वाले पत्र की तरह ‘गाजे बाजे के साथ’ आपके पास न पहुंचे, लेकिन इसको पढ़िए जरूर. हिन्दुस्तान में बहुत सारे लोग आज इसी तरह कष्ट में हैं.
भानू गुप्ता ने अपने सूसाइड नोट में लिखा है कि मुझे खांसी, सांस की तकलीफ, जोड़ों का दर्द, दौरा और अत्यधिक कमजोरी, चलना दूभर, चक्कर आदि हैं. मेरी विधवा मां भी दो साल से खांसी बुखार से पीड़ित हैं. तड़प-तड़प कर जी रहे हैं. लॉकडाउन बराबर बढ़ता जा रहा है. नौकरी कहीं मिल नहीं रही है. जो कुछ है उससे खर्चा चलाएं और फिर इलाज कराएं. हमें न कोई शासन का सहयोग मिला.’