नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल बुधवार को जैसे ही राज्यसभा में पास हुआ तो पूरे देश में इसके खिलाफ मुस्लिम संगठनो ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है साथ ही मोदी सरकार के विपक्षियों द्वारा भी विरोध जताया जा रहा है। वहीं अब यूपी में भी तनाव बढ़ता जा रहा है, आज यूपी के सहारनपुर व अलीगढ़ जिले में जमकर विरोध प्रदर्शन हुए, इसकी वजह से जिला प्रशासन के आदेश पर इंटरेनट सेवा बन्द कर दी गयी है और प्रदर्शनो पर भी पूरी तरह से रोंक लगा दी गयी है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी शुक्रवार को बिल के विरोध में शांति पूर्ण तरीके से जुलूस निकाला। जिला प्रशासन ने पहले से ही एएमयू के छात्रों के अल्टीमेटम दे दिया था और वहां पर भारी मात्रा में पीएसी और आरएएफ के साथ साथ लोकल पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया था। मना करने के बावजूद एएमयू के छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान छात्रों ने कैंपस से जिला मुख्यालय तक शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाला।
उधर सहारनपुर में जुमे की नमाज के बाद नमाज़ियों ने नागरिकता बिल को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन जताया। इस दौरान नामाजियों ने इस बिल को काला बिल करार दिया। काफी देर तक हजारों की तादात में नामजियों ने प्रदर्शन किया और बाद में सिटी मजिस्ट्रेट को अपना ज्ञापन सौंपा। जानकारी होते ही पुलिस व जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पंहुचे और विरोध कर रहे नामजियों को शांत करवाने का प्रयास किया।
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने जबसे नागरिकता संशोधन बिल लाने के बात कही थी तभी से देश में कुछ मुस्लिम संगठनो व विपक्ष द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था। सोमवार को लोकसभा और बुधवार को राज्यसभा में बिल पास हो गया वहीं गुरुवार देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से इसे मंजूरी भी दे दी गयी। अब ये विधेयक कानून में बदल गया है। नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारत के तीन पड़ोसी इस्लामी देशों- पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना का शिकार होकर भारत की शरण में आए गैर-मुस्लिम लोगों को अब भारत की नागरिकता दी जायेगी। इस बिल में मुस्लिम का जिक्र नही थी इसी को लेकर कुछ मुस्लिम संगठनो और विपक्ष में नाराजगी है।