नई दिल्ली। गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग ने पब जी (PlayerUnknown’s Battlegrounds) ऑनलाइन गेम पर पाबंदी लगा दी है। अधिकारियों ने बताया है कि गुजरात राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सिफारिश के बाद राज्य प्राथमिक शिक्षा विभाग की तरफ से इस गेम को बैन करने की सिफारिश की गई थी। इसके बाद ही यह फैसला लिया गया है।
गुजरात बाल अधिकार निकाय की चेयरपर्सन जागृति पांड्या ने कहा है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी NCPCR ने देशभर में PUBG पर बैन लगाने की सिफारिश की है। साथ ही यह भी कहा है कि “NCPCR ने सभी राज्यों को पत्र भेजकर PUBG पर बैन लगाने की सिफारिश की है। सभी राज्यों को इसे लागू कर देना चाहिए। इस गेम का छात्रों पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।” इस मामले को लेकर Tencent Games ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में भी पबजी पर बैन लगाने की मांग की गई है। पबजी गेम के कारण हाई-स्कूल के बच्चों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। साथ ही पढ़ाई में उनका मन नहीं लग रहा है जिसके मद्देनजर गुजरात सरकार ने जिला शिक्षा अधिकारियों को एक सर्कुलर जारी करते हुए पबजी गेम पर बैन लगाने को कहा है।
बता दें कि पबजी मोबाइल पर खेला जाने वाला एक पॉपुलर गेम है। इसके चलते बच्चे पढ़ाई से भटक रहे हैं। कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि महाराष्ट्र सरकार ने गेम पर रोक लगा दी है। हालांकि वह सिर्फ अफवाह निकली। लेकिन गुजरात सरकार ने बाकायदा नोटिस जारी कर इस गेम पर रोक लगाई है। कुछ दिन पहले तक व्लू व्हेल गेम के चलते भी बच्चों की जानें गई थीं। जिस पर पाबंदी लगाई गई।