नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का संकट गहराता चला जा रहा है, बीते 24 घंटो में भारत के अन्दर 704 नये संक्रमित मामले सामने आये है, अब संख्या 4281 पंहुच गयी है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां देश की जनता से घरों में रहने की अपील कर रही हैं और लगातार उन्हे जागरूक करने का काम कर रही है।
The #Coronavirus is an opportunity for India to unite as one people, putting aside differences of religion, caste & class; to forge one common purpose: the defeat of this deadly virus. Compassion, empathy& self sacrifice are central to this idea. Together we will win this battle. pic.twitter.com/rVmJg6tan2
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को अपने ट्वीटर हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी को हराने के लिए इसकी चेन को तोड़ना जरूरी है, ताकि ये फैल न पाए। राहुल ने कहा कि इसके लिए हमें धर्म, जाति और वर्ग आधारित मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश एकजुट होकर इस महामारी को पराजित करेगा।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘कोरोना संकट भारत के लिए एक ऐसा मौका है जिसमें लोग अपने धर्म, जाति एवं वर्ग के मतभेदों को पीछे छोड़कर एकजुट हों और इस खतरनाक वायरस को पराजित करें।” उन्होंने कहा, ‘ करुणा, संवेदना और त्याग इस सोच की बुनियाद हैं. हम साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे।”
बता दें कि रविवार को राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस महामारी से निपट रहे कई स्वास्थ्य कर्मी सुरक्षा उपकरणों की कमी के चलते निरंतर अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। एनडीएमसी के दक्षिण दिल्ली स्थित चरक पालिका अस्पताल के एक सफाई कर्मी की कोरोना वायरस की जांच में संक्रमण की पुष्टि और उसके संपर्क में आये 30 अन्य कर्मियों को क्वारंटाइन में रखे जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की यह टिप्पणी आई है। राहुल ने यह भी कहा कि लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि डॉक्टर, नर्स और सफाई कर्मियों के पास सुरक्षा उपकरण नहीं हैं।