जयपुर। राजस्थान में सियासी भूकंप आया हुआ है। आरोप है कि यहां पर कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश की गयी है, जिसको लेकर मामला भी दर्ज किया गया है। सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ऐसा अटल बिहारी वाजपेयी के समय पर नहीं था।
दरअसल, राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की सरकार को गिराने की साजिश के मामले में बीजेपी नेताओं का नाम सामने आया है। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में दो बीजेपी नेताओं को देर रात हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं, सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि, हमें कोरोना वायरस से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और हम वही कर रहे हैं लेकिन वो (भाजपा) सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में हैं। ऐसा अटल बिहारी वाजपेयी के समय पर नहीं था लेकिन 2014 के बाद धर्म के आधार पर विभाजन करने में गर्व किया जा रहा है।
सीएम गहलोत का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के वक्त में भाजपा के नेताओं ने मानवता और इंसानियत को ताक पर रख दिया है … ये लोग सरकार गिराने में लगे हैं। ये लोग (भाजपा नेता) सरकार कैसे गिरे, किस प्रकार से तोड़-फोड़ करें … खरीद फरोख्त कैसे करें … इन तमाम काम में लगे हैं।
वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं का नाम सामने आया है। इन नेताओं के नाम हैं भरत मालानी और अशोक सिंह। इन्हें ब्यावर उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान SOG के मुताबिक मालानी की कॉल रिकॉर्डिंग से पता चला है कि विधायकों को खरीदने की कोशिश जा रही है।