नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सैलरी में कटौती की घोषणा की है। रिलायंस के हाइड्रोकार्बन बिजनस में काम करने वाले एंप्लॉयी जिनकी सैलरी 15 लाख सालाना से ज्यादा है, उनकी सैलरी में 10 पर्सेंट की कटौती होगी। हालांकि जिनकी सैलरी उससे कम है, उनकी सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीनियर एग्जिक्युटिव की सैलरी में 30-50 पर्सेंट की भारी कटौती की जा सकती है। इसके अलावा परफॉर्मेंस आधारित बोनस को भी फिलहाल टाल दिया गया है। दरअसल लॉकडाउन के कारण पेट्रोलियम की डिमांड काफी घट गई है, जिसके कारण हाइड्रोकार्बन बिजनस का रेवेन्यू काफी घट गया है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, एग्जिक्युटिव डायरेक्टर और सीनियर लीडर्स के कॉम्पेंसेशन में 30-50 फीसदी तक की कटौती होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कॉम्पेंसेशन नहीं लेने का फैसला किया है।
कंपनी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण कंपनी को यह मौका मिला है कि वह बिजनस प्रॉसेस को दोबारा आर्गनाइज करे। बता दें वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही के नतीजे से पहले स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड ऑडिट रिपोर्ट को लेकर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई थी।
यही नहीं कर्मचारियों को मिलने वाले सालाना कैश बोनस और अन्य परफॉर्मेंस आधारित इन्सेंटिव भी रोक दिए गए हैं। कंपनी ने कहा, ‘कारोबारी माहौल में आए इस बड़े बदलाव पर हम पैनी नजर बनाए हुए हैं। इस संकट के बीच खुद का आकलन कर रहे हैं और अपनी क्षमता को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।’
रिलायंस इंजस्ट्रीज ने कर्मचारियों को फैसले की जानकारी देते हुए लिखा कि इस संकट ने भारत और दुनिया के सामने अप्रत्याशित चुनौती पेश की है। पूरा समाज, उद्योग और कारोबारी जगत इससे प्रभावित है और रिलायंस भी अछूता नहीं है।