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सर्वे में खुलासा : एक बार कोविड पॉजिटिव होने वालों को दोबारा संक्रमण का खतरा कम

कोरोना संकट से जूझ रही दुनिया के लिए ब्रिटेन से एक अच्छी खबर आई है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की ओर से कोविड-19 संक्रमण पर प्रकाशित डेटा में कहा गया है कि कोरोना से एक बार संक्रमित होने के बाद दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम है।पयह सर्वे इसलिए प्रकाशित किया गया है ताकि कोरोना संक्रमण के खतरे पर नजर रखी जा सके और दोबारा कोरोना से संक्रमित हो रहे लोगों की स्थिति जानी जा सके। मौजूदा डेटा के मुताबिक SARS-CoV-2 के दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रही दुनिया के लिए ब्रिटेन से एक अच्छी खबर आई है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की ओर से कोविड-19 संक्रमण पर प्रकाशित डेटा में कहा गया है कि कोरोना से एक बार संक्रमित होने के बाद दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम है।

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पयह सर्वे इसलिए प्रकाशित किया गया है ताकि कोरोना संक्रमण के खतरे पर नजर रखी जा सके और दोबारा कोरोना से संक्रमित हो रहे लोगों की स्थिति जानी जा सके। मौजूदा डेटा के मुताबिक SARS-CoV-2 के दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम है।

30 मई 2021 तक ब्रिटेन में 15,893 लोग दोबारा कोरोना संक्रमित हुए, जबकि इंग्लैंड में 40 लाख कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे। अगर इन आंकड़ों पर गौर करें तो केवल 0.4 फीसदी मामलों में एक कोविड संक्रमित व्यक्ति दोबारा कोरोना संक्रमण का शिकार हो सकता है।

दोबारा संक्रमित होने का जोखिम कम

समाचार एजेंसी के मुताबिक पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के कोविड-19 स्ट्रेटेजिक डायरेक्टर डॉक्टर सुसान हॉपकिंस ने बताया कि कोरोना संक्रमण का एक बार शिकार बन चुके लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या दोबारा कोरोना संक्रमण का खतरा है या नहीं। ऐसे में मौजूदा डेटा कहता है कि दोबारा कोरोना संक्रमित होने का जोखिम बेहद कम है।

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कोरोना वैक्सीन के असर और दोबारा इन्फेक्शन के मामलों पर रखेगा नजर

डॉक्टर सुसान हॉपकिंस के मुताबिक यह बिल्कुल कहा नहीं जा सकता है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमण नहीं हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उपलब्ध डेटा के मुताबिक ज्यादातर संक्रमण के मामलों में लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं, लेकिन इस पर अभी और अध्ययन किया जा रहा है।

जून 2020 से लेकर मई 2021 तक पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड कोरोना वैक्सीन के असर और दोबारा इन्फेक्शन के मामलों पर नजर रखेगा। जिसे साप्ताहिक आधार पर प्रकाशित भी किया जाएगा।

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