उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ललितपुर जिले में 27 अप्रैल को पाली थाने के एसओ तिलकधारी सरोज ने थाना परिसर में बने अपने आवास में दुष्कर्म किया था। किशोरी को थानाध्यक्ष ने उसकी मौसी के जरिए बयान दर्ज करने के बहाने बुलाया था। इसका खुलासा किशोरी द्वारा चाइल्ड लाइन को दिए गए बयान से हुआ था। मानवता को उस समय शर्मशार हुई जब रक्षक ने भक्षक बनते हुए यानि थाना प्रभारी ने भी सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया।
मुंबई: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ललितपुर जिले में 27 अप्रैल को पाली थाने के एसओ तिलकधारी सरोज ने थाना परिसर में बने अपने आवास में दुष्कर्म किया था। किशोरी को थानाध्यक्ष ने उसकी मौसी के जरिए बयान दर्ज करने के बहाने बुलाया था।
इसका खुलासा किशोरी द्वारा चाइल्ड लाइन को दिए गए बयान से हुआ था। मानवता को उस समय शर्मशार हुई जब रक्षक ने भक्षक बनते हुए यानि थाना प्रभारी ने भी सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया।
आपको बता दें, 13 साल की एक बच्ची से जिस तरह दरिंदगी हुई उसने कानून-व्यवस्था पर ना सिर्फ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि यह सोचने पर भी मजबूर कर दिया है कि यदि रक्षक ही भक्षक हो जाएंगे तो फिर न्याय मांगने लोग कहां जाएंगे?
बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने हाल ही में एक स्टेशन हाउस अधिकारी द्वारा 13 वर्षीय लड़की के बलात्कार के खिलाफ आवाज उठाते हुए आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो आम जनता न्याय मांगने कहां जाएगी।
रितेश के ट्वीट को देखकर ऐसा लग रहा है कि वो इस घटना से काफी आहत हुए हैं और इसीलिए उन्होंने बच्ची के लिए न्याय की मांग की है। रितेश ने लिखा-‘अगर यह सच है तो इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता। अगर रक्षक ही भक्षक बन गया तो लोग न्याय मांगने कहां जाएंगे? ऐसे लोगों को सड़कों पर फांसी देनी चाहिए। सरकार को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।’