नई दिल्ली: भारतीय सुरक्षा बलों ने बुधवार को हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू को ढेर कर दिया. जहां पर सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में रियाज नायकू मारा, वहां पर मौजूद रहे एक आतंकी का फोन इंटरसेप्ट हुआ है. इस बातचीत से पता चलता है कि घाटी में हिज्बुल मुजाहिदीन और द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के बीच दरार थी. बता दें कि TRF भी एक आतंकी संगठन हैं जो लश्कर-ए-तैय्यबा से जुड़ा है.
फोन पर बातचीत
अंग्रेजी वेबसाइट ‘इंडिया टूडे’ के मुताबिक फोन पर बातचीत के दौरान आतंकी दूसरे शख्स को रियाज़ भाई कह कर संबोधित कर रहा है. फोन पर वो कह रहा है, ‘हम लड़ रहे हैं. इंशाअल्लाह वो अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे. ये अपने लोगों की कारगुजारी है. हमारे एनकाउंटर के पीछे इन्हीं TRF का हाथ है. इनसे दूर रहना ये हमारी कश्मीर को बर्बाद कर देंगे.’
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TRF और हिज्बुल मुजाहिदीन के बीच झगड़ा
हालांकि ये कहना अभी मुश्किल है कि क्या फोन पर बातचीत करने वाला आंतकी मारा गया या नहीं. हालांकि बातचीत से इतना जरूरत साफ है कि ये आतंकी मुठभेड़ के दौरान घटनास्थल पर मौजूद था और घायल हुआ था. सूत्रों का कहना कै कि काफी लंबे समय से घाटी में TRF और हिज्बुल मुजाहिदीन के बीच लड़ाई चल रही थी.
ऐसे मारा गया नाइकू
सुरक्षबलों को लंबे समय से तलाश थी. उसके सिर पर 12 लाख रुपये का इनाम भी था. कई बार उसे घेरा गया, लेकिन वह हर बार बचने में कामयाब रहा. नाइकू इस बार अपनी मां से मिलने गांव आया था, जहां सुरक्षाबलों ने उसे ढेर कर दिया. मिली जानकारी मुताबिक, सुरक्षाबलों को इनपुट मिला था कि हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू अपने परिवार से मिलने अपने गांव बेगपोरा आ रहा है. सूचना मिलते ही सुरक्षबलों ने पूरे गांव को चारों तरफ से घेर लिया.