अंबाला. नागरिक अस्पताल में तोपखाना की रहने वाली महिला की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार (Cremation) के दौरान ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम पर गांव चंदपुरा के ग्रामीणों ने पत्थरों से हमला कर दिया. ग्रामीणों को शक था कि बुजुर्ग महिला की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से हुई है. पत्थरबाजी में डीएसपी, एसएचओ महेश नगर सहित करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों को चोटें भी आईं. पुलिस को अपने बचाव में हवाई फायर तक करना पड़ा. इतना ही नहीं जिस एंबुलेंस में महिला का शव लाया गया, उसका शीशा भी लोगों ने पत्थर मार कर तोड़ दिया.
पुलिस ने बताया कि अंबाला छावनी से लगे चांदपुरा गांव के स्थानीय शमशान भूमि में सोमवार शाम को बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों का शक था कि महिला की मौत कोविड-19 से हुई है और अंतिम संस्कार करने से इलाके में भी संक्रमण फैल सकता है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने आश्वस्त किया कि संक्रमण का कोई खतरा नहीं है और अंतिम संस्कार विरोध नहीं करने को कहा.
ग्रामीणों ने किया विरोध
पुलिस ने बताया कि महिला की मौत अंबाला छावनी स्थित सिविल अस्पताल में हुई थी और उसे सांस लेने में समस्या होने की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. अस्पतालों के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों ने एहतियातन महिला के नमूने के जांच के लिए रख लिया है. पुलिस ने बताया कि जब महिला के रिश्तेदार शव को दाह संस्कार के लिए शमशान भूमि ले गए तो ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
नहीं मानें तो किया हल्का बल प्रय़ोग
जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन नहीं मानने पर हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने अपनी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया. अंबाला के पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरावल ने कहा कि करीब एक दर्जन ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है.