नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल के सबरीमाला मंदिर में पहली बार दर्शन करने वाली कनकदुर्गा पर मंगलवार को उनकी सास ने ही हमला कर दिया। सिर पर चोट के चलते उन्हें अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि मंदिर में प्रवेश करने की वजह से उनकी सास नाराज थीं। कनकदुर्गा ने इस मामले में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
39 वर्षीय पीड़ित महिला का नाम कनक दुर्गा है। उसे दक्षिणपंथी विचाधारा के प्रदर्शनकारियों से लगातार धमकियां मिल रही थीं। इन्हीं धमकियों के मद्देनजर वह पिछले दो हफ्तों से छिपी हुई थी। मंगलवार सुबह जब वह अपने घर पहुंची तो उसकी सास ने उसके सिर पर वार कर दिया। खबर के मुताबिक महिला की हालत स्थिर बनी हुई है और उसे मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल रेफर किया गया है।
कनकदुर्गा (39) ने महिला साथी बिंदु (40) के साथ 2 जनवरी को भगवान अयप्पा के दर्शन कर 800 साल पुरानी प्रथा को तोड़ा था। दोनों ने मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। इसके बाद पूरे राज्य में प्रदर्शन भड़क गए थे। साथ ही मंदिर का शुद्धिकरण भी किया गया था। उस वक्त मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कनकदुर्गा और बिंदु समेत सभी महिला दर्शनार्थियों को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे।
गौरतलब है कि मंदिर में प्रवेश के बाद ही कट्टरपंथी संगठन दोनों महिलाओं का विरोध कर रहे थे, यहां तक की उन्हें घर भी नहीं जाने दिया जा रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में 10 से 50 साल की महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटा दिया था। हालांकि, इसके बाद भी कई संगठनों और मंदिर के पुजारियों ने महिलाओं को मंदिर में नहीं घुसने दिया।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई कट्टरपंथी संगठन सड़क पर उतर आए थे, काफी दिनों तक लोग मंदिर की आस्था के नाम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे थे। सत्ताधारी संगठन भारतीय जनता पार्टी भी मंदिर की प्रथा को बरकरार रखने वाले संगठनों में शामिल है।