गाज़ियाबाद: आम आदमी पार्टी का जनसंवाद एवं कार्यकर्ता सम्मेलन 19 नवंबर को ग़ाज़ियाबाद में प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह सहित पार्टी के कई प्रदेश पदाधिकारी की मौजूदगी में तय था।
पार्टी पंचायत चुनावों को लेकर बेहद गम्भीर है। जिला कार्यकारिणी ने पार्टी में शामिल होने के कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली थी लेकिन प्रशासनिक हठधर्मिता के कारण यह मुमकिन न हो पाया। “आप” उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की उत्तर प्रदेश ईकाई जनता से जुड़े बिजली, पानी, अपराध, बेरोजगारी आदि मुद्दों पर बराबर प्रदेश सरकार को घेर रही है।
बौखलाई बीजेपी सरकार ने अब पार्टी की गतिविधियों को रोकने की कोशिश शुरू की है। कार्यक्रम को आखिरी समय रद्द करना प्रशासनिक गुंडागर्दी को दर्शाता है। कहा, “कोविड-19 की आड़ में इस तरह रोक लगाना सरकार द्वारा विपक्षीय दलों को कुचलने का तरीका है।”
आप के जिलाध्यक्ष चेतन त्यागी ने कहा कि समस्त प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कर दी गयी थी। कार्यक्रम रामलीला मैदान स्थित अशोक वाटिका में होना था जिसको लेकर प्रशासन से समय पूर्व ही परमिशन मांगी गई थी। जिला उपाध्यक्ष विजय शर्मा को परमिशन लेने की जिम्मेदारी दी गई थी।
16 तारीख को प्रशासन ने कार्यक्रम में उपस्थित होने वाले लोगों में से 100 लोगों के नाम और नंबर भी मांगे जिनको उपलब्ध करा दिया गया लेकिन फिर भी असमंजस की स्थिति रही। 18 तारीख की शाम कहा गया कि सुबह तक इजाजत मिल जाएगी लेकिन कार्यक्रम से ठीक पहले प्रशासन ने कोविड-19 का बहाना करते हुए परमिशन को रद्द कर दिया। आयोजकों को फोन कर किसी भी सूरत में कार्यक्रम ने कराने की हिदायत दी गई। कार्यक्रम स्थल में पानी भरने का भी प्रयास किया गया।
जिला सचिव सुजाता शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के बढ़ते जनाधार से जिला प्रशासन एवं प्रदेश सरकार घबराई हुई है किसी भी सूरत में विपक्षी दल को दबाने की नियत से प्रशासन काम कर रहा है आज भी जिला में भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यक्रम किए जा रहे है जिसको लेकर जिला प्रशासन मौन है।