लखनऊ। गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) ने देर रात पूर्व महिला एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान (SHO Lakshmi Singh Chauhan) के घर पर छापेमारी कर 1 लाख 25 हजार रुपये बरामद किए। गाजियाबाद में तैनात महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान के खिलाफ पैसे गबन की एफआईआर दर्ज होने के बाद वे फरार हो गई हैं। दरअसल, गाजियाबाद के लिंक रोड में तैनाती के दौरान एक केस में दो गिरफ्तार आरोपियों से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे, लेकिन लक्ष्मी चौहान ने पुलिसवालों की मिलीभगत से लिखा पढ़ी में रुपये की बरामदगी कम दिखाई थीं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि एटीएम से गबन मामले में पकड़े गए करीब एक करोड़ रुपए से करीब 60 लाख रुपए गायब होने का आरोप इन पुलिसकर्मियों पर लगा है। मामले में की गई जांच में सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान सरकारी गाड़ी से प्राइवेट गाड़ी में बैग रखते हुए कैद हुई हैं। एसपी सिटी की जांच में लक्ष्मी सिंह चौहान पर लगे आरोप सही पाए गए हैं।
दो आरोपियों से पकड़े गए थे करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये
दरअसल थाना लिंक रोड क्षेत्र के एटीएम से सीएमएस के कर्मचारियों द्वारा गबन कराए जाने का ये मामला है। इस केस में 24/25 सितंबर 2019 की रात लक्ष्मी चौहान ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ राजीव सचान और आमिर को गिरफ्तार किया। इनके पास से 45 लाख 81 हजार 500 रुपये की बरामदगी दिखाई। मामले में साहिबाबाद के सीओ राकेश कुमार मिश्र ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की तो पता चला कि राजीव सचान से करीब 55 लाख रुपये और आमिर से 60 से 70 लाख रुपये पकड़े गए थे।
पूरा थाना भ्रष्टाचार में पाया गया शामिल
बरामद पैसों में अंतर पाए जाने पर थाना लिंक रोड प्रभारी लक्ष्मी सिंह चौहान, एसआई नवीन कुमार पचौरी और 5 कॉन्स्टेबल बच्चू सिंह, फराज, धीरज भारद्वाज, सौरभ कुमार और सचिन कुमार की भूमिका संदिग्ध पाई गई। एसएसपी के अनुसार इन सभी को पुलिस की छवि धूमिल करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।