नई दिल्ली। कोरोना वायरस से जूझ रहे देश के सामने निजामुद्दीन तबलीगी जमात मुसीबत बनकर खड़ा हो गया है। जमात में कई राज्यों से लोग शामिल होने आए थे, जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण पाए गए हैं। हालांकि सभी राज्यों में पहचान कर जमातियों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। इसी बीच एक और बड़ी जानकारी सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि तबलीगी जमात से जुड़े कुछ लोग शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे।
दरअसल, अंडमान के रहने वाले तबलीगी जामत के एक मेंबर ने जांच एजेंसियों को कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जिससे ये शक और भी गहरा हो गया है। सूत्रों के मुताबिक तबलीगी जामत के इस मेंबर ने जांच एजेंसियों को बताया कि उसने 18 मार्च को शाहीन बाग का दौरा किया था।
इस खुलासे ने दिल्ली सरकार के साथ ही साथ शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों की भी नींद उड़ा दी है। तबलीग जमात के जरिए शाहीन बाग में शामिल लोगों को कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है। अब जांच एजेंसियां ये पता करने में जुट गई हैं कि तबलीगी जमात से जुड़े बाकी कौन लोग शाहीन बाग के दौरे पर गए थे। सभी राज्यों की पुलिस और खुफिया एजेंसियों से ऐसे तबलीगी जमात के लोगो को ढूढ़ने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली के 16 मस्जिद के तबलीगी जमात से लिंक हैं।
अस्पताल स्टाफ पर थू रहे तबलीगी जमात के लोग
दक्षिण पूर्वी दिल्ली स्थित तुगलकाबाद के एक सेंटर में आइसोलेट किए गए तबलीगी जमात के लोगों द्वारा बदसलूकी का मामला सामने आया है। आरोप है कि तबलीगी जमात के लोग मेडिकल स्टाफ का सहयोग नहीं कर रहे हैं और मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी के अलावा जगह-जगह थूक रहे हैं। दरअसल, तबलीगी जमात के 167 लोगों को तुगलकाबाद स्थित रेलवे कॉलोनी क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है।
रेलवे का आरोप है कि जमात के लोग सेंटर में नियमों को तोड़ रहे हैं और इधर उधर घूम रहे हैं। इतना ही नहीं वे थूक भी रहे हैं। रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि तबलीगी जमात के लोग अपनी जांच और इलाज में डॉक्टरों का बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी भी कर रहे हैं। उन्होंने कथित रूप से मेडिकल स्टाफ पर थूका भी है।