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ज्ञानी ज़ैल सिंह के पोते का कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप, बोले- उनके दादा की कराई गई थी हत्या

पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह (Former President Giani Zail Singh) के पोते सरदार इंदरजीत सिंह (Sardar Inderjit Singh) सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। भगवा पार्टी का झंडा थामते ही उन्होंने कांग्रेस (Congress) पर सनसनीखेज आरोप (Sensational Allegation )लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके दादा ज्ञानी जैल सिंह (Giani Zail Singh) का जानबूझ कर एक्सीडेंट करवाकर उनकी हत्या कराई गई थी।

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह (Former President Giani Zail Singh) के पोते सरदार इंदरजीत सिंह (Sardar Inderjit Singh) सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। भगवा पार्टी का झंडा थामते ही उन्होंने कांग्रेस (Congress) पर सनसनीखेज आरोप (Sensational Allegation )लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके दादा ज्ञानी जैल सिंह (Giani Zail Singh) का जानबूझ कर एक्सीडेंट करवाकर उनकी हत्या कराई गई थी।

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बता दें कि दिल्ली स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में पार्टी के महासचिव और पंजाब प्रभारी डॉ. दुष्यंत गौतम और केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंदरजीत सिंह को अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। इसके बाद सदस्यता की पर्ची उन्हें दी। इस मौके पर दरजीत सिंह ने कहा कि आज उनके स्वगीर्य दादा की मनोकामना वर्षों बाद पूरी हुई है। कांग्रेस ने उनकी वफादारी के बावजूद जैसा सलूक किया, उससे उनका दिल दुखा था। उन्होंने कहा कि मेरे दादा जी चाहते थे कि मैं भाजपा में जाऊं। उन्होंने मुझे अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) और लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) के पास आशीवार्द लेने भेजा था।

इंदरजीत सिंह ( Inderjit Singh) ने कांग्रेस नेतृत्व पर सनसनीखेज आरोप (Sensational Allegation ) लगाया कि 1994 में उनके दादा और पूर्व राष्ट्रपति की कार का किसी साजिश के तहत जानबूझकर एक्सीडेंट कराया गया था। इसके बाद उपचार के दौरान उनका निधन हो गया था। बता दें कि ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रपति बनने के बाद भी जब कभी पंजाब के आसपास होते थे। तो वह आनंदपुर साहिब जाना नहीं भूलते थे। बाद में भी 1994 में तख्त श्री केशगढ़ साहिब जाते समय उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। जहां उनका निधन हो गया था। ऑपरेशन ब्लू स्टार (operation blue star) और डाक विधेयक (postal bill) सहित कुछ मुद्दों पर कांग्रेस के तत्कालीन नेतृत्व से उनके मतभेद छिपे नहीं थे।

उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में उस समय के दिग्गज नेता मदनलाल खुराना के साथ कई रैलियों में शामिल हुए, लेकिन तब पार्टी की सदस्यता नहीं ली थी। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (BJP President Jagat Prakash Nadda) के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आमंत्रण पर वह भाजपा (BJP) में शामिल हुए हैं और पार्टी जो भी दायित्व देगी, वह उसे पूरी लगन से पूर्ण करेंगे।

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