लखनऊ। हाथरस केस को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने में जुटी है। वहीं, इस घटना को लेकर प्रदेश में जातीय हिंसा भड़काने की कोशिश का भी पर्दाफाश हुआ है। इसके लिए लिए वेबसाइट बनाकर और अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए फंड इकट्ठा किया जा रहा था। अब जल्दी ही इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है। सूत्रों की माने तो शुरुआती जांच में ईडी ने बड़ा खुलासा किया है।
जांच में ईडी को पता लगा है कि हाथरस कांड की आड़ में जातीय हिंसा फैलाने के लिए मॉरीशस से 50 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई है। बताया जा रहा है कि इसके अलावा और भी फंडिंग की गई है जो 100 करोड़ से अधिक रुपए की थी। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है। बता दें कि, हाथरस की पुलिस ने एक वेबसाइट को लेकर केस दर्ज किया है।
इसके बाद एजेंसी इसमें जांच का एंगल देखेगी। इस वेबसाइट के जरिए ‘जस्टिस फॉर हाथरस’ के लिए मुहिम चलाई गई। सूत्रों का कहना है कि ऐसे में ईडी जल्द ही PMLA के तहत इसमें मामला दर्ज कर फंडिंग पर जांच शुरू कर सकती है। साथ ही जल्द ही कई गिरफ्तारियां देखने को मिल सकती हैं।
बता दें कि यूपी पुलिस का दावा है कि हाथरस को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी फैलाई गई। जिसके कारण माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई और एक जाति से दूसरी जाति में लड़ाई करवाने की कोशिश की गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले में एक्शन की बात कही थी, साथ ही विपक्ष पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया था।