ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह का संबंध पैर से भी होता है। इसी प्रकार पैरों से संबंध रखने वाली वस्तुओं को उचित और सही स्थान पर रखना चाहिए।।
Shakun Shastra : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह का संबंध पैर से भी होता है। इसी प्रकार पैरों से संबंध रखने वाली वस्तुओं को उचित और सही स्थान पर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के बाहर अव्यवस्थित तरीके से जूते-चप्पल रखने से निगेटिव एनर्जी एक्टिव हो जाती है। ऐसे में शनि वहां शनि का अशुभ प्रभाव देने लगता है। आइये जानते है कि शकुन शास्त्र के अनुसार शुभ अशुभ परिणामों के बारे में।
1. फटे पुराने जूते-चप्पल घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है। इसके अलावा मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2.पूजा घर या किचन की दीवार से सटाकर जूते-चप्पल के रैक को कभी भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
3.उत्तर दिशा या आग्नेय कोण और ईशान कोण में जूते-चप्पल की रैक या आलमारी नहीं बनवानी चाहिए।
4.बिस्तर के नीचे जूते-चप्पल रखने से स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
घर में उल्टी चप्पल या उल्टे जूते होने पर उन्हें तुरंत सीधा कर देना चाहिए। घर के आगे या घर में उल्टा चप्पल और जूता रखने से घर में झगड़ा हो सकता है। घर के दरवाजे पर भूलकर भी जूते-चप्पल उल्टे नहीं रखने चाहिए। इससे घर के सदस्यों की सोच पर बुरा असर पड़ता है।