लखनऊ। शनि जयंती को भगवान शनि के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस बार शनि जयंती ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की अमावस्या को यानि 22 मई को पड़ रही है। इस दिन सच्चे मन से पूजा पाठ करने से व्यक्ति को विशेष फल की प्राप्ति होगी शनि देव उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। आज शनि जयंती के खास मौके पर हम आपको कुछ खास खास उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे कर आप शनि दोष से मुक्त हो जाएंगे…
शनिदोष से ऐसे पाएं मुक्ति
- काले चमड़े के चप्पल का दान करें।
- शमी के पेड़ की पूजा करना लाभदायक रहेगा।
- शमी का पेड़ लगाने से भी शनिदोष से मुक्ति मिलती है।
- महाबली हनुमान जी की स्तुति से भी लाभ मिलता है।
- अगर आप पर शनि देव की टेढ़ी नजर है, यानी साढ़ेसाती और ढय्या का प्रभाव चल रहा है, तो काली गाय को बूंदी के लड्डू खिलाएं।
- काले उड़द दाल की खिचड़ी और तिल के तेल से बने पकवान का दान करें तो शनि की साढ़े साती और पितृ दोषों से मुक्ति मिलती है।
- शनि देव की कृपा पाने के लिए शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे काली बाती बनाकर सरसो तेल का दिया जलाएं।
- पीपल को जल दें और काली चीटियों को गुड़ खिलाएं।
इन बातों का रखेँ ध्यान
- शनि अमावस्या के दिन वृक्षों को नहीं काटें।
- गरीब या असहाय व्यक्ति को न करें परेशान।
- घर में वाद-विवाद से बचें।
- शारीरिक संबंध से बचें।