मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच जारी कोशिसों के बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने आज बुधवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। हालांकि कहा जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की प्रधानमंत्री मोदी से यह मुलाकात महाराष्ट्र में किसानों की समस्या को लेकर हुई, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है।
बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा मुखिया शरद पवार के बीच मुलाकात होगी। इससे पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि शरद पवार ने प्रधानमंत्री से कहा कि मैंने दो जिलों मराठवाड़ा और विदर्भ में भारी बारिश से बर्बाद हुई फसल को लेकर जानकारी जुटाई थी। राज्य में मौजूदा समय राष्ट्रपति शासन लागू है, ऐसे में आपका इस मामले में दखल देना बेहद जरूरी है।
दिल्ली में आज होने वाली राकांपा-कांग्रेस की बैठक में अहमद पटेल, वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। इससे पहले सोनिया गांधी ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की थी। इसके बाद कहा गया कि कांग्रेस और राकांपा महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर आगे और बैठकें करेंगी।
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा गुरुवार तक सरकार गठन को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। दिसंबर महीने में राज्य में नई सरकार का गठन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा स्थिर सरकार नहीं दे पा रही है। इसलिए अन्य दलों पर यह जिम्मेदारी आ जाती है कि वे राज्य में एक स्थिर सरकार दे।
शरद पवार और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा अगर पीएम से कोई नेता मिलता है, तो क्या खिचड़ी ही पकती है? शरद पवार कृषि क्षेत्र के जानकार व्यक्ति हैं। हमने दो दिन पहले उनसे आग्रह किया था कि वह राज्य में किसानों की समस्याओं को पीएम मोदी के समक्ष रखें।