नई दिल्ली। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की फिर से अध्यक्ष चुन ली गई हैं। अजय माकन के पद से इस्तीफा देने के बाद शीला को यह कमान सौंपी गई है। शीला 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
कांग्रेस नेता पीसी चाको ने शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस का चीफ बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया, देवेंद्र यादव को वर्किंग प्रेजिडेंट बनाया गया है। घोषणा किए जाने के बाद शीला दीक्षित ने कहा, ‘मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं कि पार्टी ने मुझे यह मौका दिया है।’ पार्टी को ऊबारने का बोझ सौंप दिया है।
माना जा रहा है कि माकन ने आप के साथ गठबंधन की संभावना को देखते हुए इस्तीफा दिया। मध्य प्रदेश और राजस्थान में अनुभवी पुराने कांग्रेसियों को कमान देने की तर्ज पर ही राहुल गांधी ने दिल्ली की कमान शीला दीक्षित को सौंपी है। वहीं, अजय माकन ने ट्वीट कर शीला दीक्षित को फिर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं।
आपको बता दें कि 20 साल बाद शीला दीक्षित दिल्ली की पीसीसी चीफ बनेगी। माकन ने लिखा, ‘मुझे विश्वास है कि शीलाजी की अगुआई में हम, मोदी+केजरीवाल सरकारों के विरोध में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।’
शीला दीक्षित जी को पुन: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर बधाई व शुभकामनाएँ!
पढ़ें :- हमारे नेताजी भारत के पराक्रम की प्रतिमूर्ति भी हैं और प्रेरणा भी : पीएम मोदी
उनके आधीन,मुझे संसदीय सचिव एवं कैबिनेट मंत्री के रूप में काम करके सीखने का सुअवसर मिला!
मुझे विश्वास है कि शीला जी की अगुआई में हम,मोदी+केजरीवाल सरकारों के विरोध में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएँगे! pic.twitter.com/lFxuG2ScRE
— Ajay Maken (@ajaymaken) January 10, 2019
पहले से ही अध्यक्ष के तौर पर जहां शीला दीक्षित का नाम सबसे आगे बताया जा रहा था। वहीं पूर्व पीसीसी अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, राजेश लिलोठिया, योगानंद शास्त्री व देवेंद्र यादव का नाम भी चर्चा में था। शीला दीक्षित 1984 से 1989 तक कन्नौज से सांसद रह चुकी हैं. वह 1998 से 2013 तक (लगातार 15 साल) तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
हाल ही में अजय माकन ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।