लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने पीएम मोदी को भेजे गए पत्र मे लिखा कि देश में चल रहे मदरसों में सामान्य शिक्षा की जगह कट्टरपन्थी को बढ़ावा दिया जा रहा, जिससे बच्चों के भविष्य पर गहरा असर पढ़ सकता है। उन्होने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मदरसों को बंद करने का अनुरोध किया है। रिजवी ने यह भी लिखा के इन मदरसों में आतंकी संगठन (ISIS) की विचारधारा को बढ़ावा दिया जाता है, जिसका गहरा असर बच्चों पर पड़ता है।
बता दें कि वसीम रिजवी ने अपने पत्र में इस बात पर विशेष जोर डाला है कि यदि मदरसों को जल्द ही बंद नहीं किया गया तो वो दिन दूर नहीं, जबकि मुसलमानों की आधी आबादी ISIS की भाषा बोलने लगेगी। उन्होंने इस बात का भी ज़िक्र अपने पत्र में किया कि कोई भी विशेष कार्य को आगे बढ़ाने के लिए बच्चों का सहारा लिया जाता है।
वसीम रिजवी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में चल रहे मदरसों की हालत काफी दयनीय है। मदरसों के लिए विदेशी संगठनों से चंदा लिए जाने की वजह से यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। उनको सामान्य शिक्षा से दूर रखकर कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह हमारे मुसलमान बच्चों के भविष्य के लिए घातक प्रतीत होने के साथ ही देश के लिए गंभीर खतरे का विषय भी है। इसीलिए हमारा आपसे अनुरोध है कि मदरसों को बंद किया जाए।