नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत ने कहा कि भारतीय सेना को अपने हथियार और अन्य जरूरी समानों के लिए किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सैन्य जरूरतों के लिए लगातार प्रतिबंधों के खतरे से बाहर निकलना होगा। ये बातें उन्होंने आज नेशनल डिफेंस कॉलेज द्वारा आयोजित डायमंड जुबली वेबिनार को संबोधित करते हुएक कहीं।
इस दौरान उन्होंने एलएसी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। रावत ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के लगातार छद्म युद्ध और भारत के खिलाफ दुष्टतापूर्ण बयानबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध और भी खराब हो गए हैं।
पूर्व सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि बालाकोट और सर्जिकल स्ट्राइक से हमने पाकिस्तान को एक मजबूत संदेश दिया है। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।