मानवता मर चुकी है। इंसानियत सरे-बाजार नीलाम हो गई। हैवान रूपी भेड़ियों ने समाज को फिर से कलंकित कर दिया। एक नहीं दो नहीं 80 हैवानों ने मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना को अंजाम दिया। उनका दिल नहीं पसीजा...वो मासूम से हैवानित करते रहे। आठ महीनों में किशोरी को हर पल छला गया। वो रोती रही, चिखती रही, मिन्नते मांगती रही लेकिन भेड़ियां रूपी हैवान दरिंदगी करते रहे।
नई दिल्ली। मानवता मर चुकी है। इंसानियत सरे-बाजार नीलाम हो गई। हैवान रूपी भेड़ियों ने समाज को फिर से कलंकित कर दिया। एक नहीं दो नहीं 80 हैवानों ने मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना को अंजाम दिया। उनका दिल नहीं पसीजा…वो मासूम से हैवानित करते रहे। आठ महीनों में किशोरी को हर पल छला गया। वो रोती रही, चिखती रही, मिन्नते मांगती रही लेकिन भेड़ियां रूपी हैवान दरिंदगी करते रहे। मानावता के कलंकित होने के साथ ही रिश्तों का विश्वास भी टूट गया। दरअसल, कोरोना काल में 13 वर्षीय किशोरी ने मां को खो दिया।
इस दौरान एक महिला किशोरी का पालन पोषण करने के नाम पर अपने साथ लेकर चली गई लेकिन उसने विश्वास के इस परत को तोड़ दिया और और किशोरी को देह व्यापार में धकेल दिया। पीड़िता के पिता की शिकायत के बाद आंध्र प्रदेश की पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा किया। जांच में सामने आया कि आठ महीनों में किशोरी के 80 से अधिक लोगों ने यौन शोषण किया। पुलिस मंगलवार के उसे गुंटूर से रेस्क्यू करने में सफल रही।
मां की मौत के बाद लड़की को अस्पताल से अपने घर ले जाने वाली महिला को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसने उसे इस दलदल में धकेला था। इस मामले में पुलिस ने बताया कि मंगलवार को बी.टेक के एक छात्र सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अपराध में शामिल 80 लोगों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी में है। उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित किशोरी की मां की मृत्यू के बाद सर्वण कुमारी नाम की महिला ने उसे गोद ले लिया।
महिला ने जून 2021 में कोविड -19 महामारी के दौरान एक अस्पताल में पीड़िता की मां से दोस्ती की थी। लड़की की मां की जल्द ही कोविड -19 के कारण मृत्यु हो गई थी। इसके बाद लड़की को लेकर वह अपने घर चली गई। हालांकि, लड़की के पिता से यह बात छिपा ली गई। पीड़ित युवती के पिता की शिकायर पर पुलिस ने जांच शुरू किया तो महिला की शिनाख्त सवर्ण कुमारी के रूप में हुई।
इस मामले में पहली गिरफ्तारी जनवरी में हुई थी। वहीं, मंगलवार 19 अप्रैल को गुंटूर पश्चिम क्षेत्र पुलिस ने बी.टेक के एक छात्र सहित 10 और गिरफ्तारियां कीं। आरोपी और पीड़िता से पूछताछ करने पर पुलिस को पीड़िता की स्थिति की दर्दनाक और चौंकाने वाली वास्तविकता का पता चला। मीडिया रिपोर्ट की माने तो पीड़िता को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया गया था। इसके बाद उसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग वेश्यालय में भेज दिया गया था। वहीं, पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।