1. हिन्दी समाचार
  2. बॉलीवुड
  3. अनुपम खेर की ज़िंदगी में हुआ कुछ ऐसा, एक्टर बोले- मुझे चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए

अनुपम खेर की ज़िंदगी में हुआ कुछ ऐसा, एक्टर बोले- मुझे चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए

अनुपम खेर इन दिनों अपने होम टाउन शिमला में हैं। वहां उन्होंने एक राहगीर से बातचीत की तो उस आदमी ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया।  उस शख्स द्वारा न पहचाने जाने पर अनुपम खेर को बहुत हैरानी हुई।

By आराधना शर्मा 
Updated Date

मुंबई: अनुपम खेर की जिंदगी में हाल ही में ऐसी एक घटना घटी, जिससे उनको ये लगने लगा कि इतना नाम कमाने के बावजूद भी दुनिया उन्हें नहीं पहचानती, तो उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। दरअसल, अनुपम खेर इन दिनों अपने होम टाउन शिमला में हैं। वहां उन्होंने एक राहगीर से बातचीत की तो उस आदमी ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया।  उस शख्स द्वारा न पहचाने जाने पर अनुपम खेर को बहुत हैरानी हुई।

पढ़ें :- Shilpa Shetty Kundra video: शिल्पा शेट्टी ने फैन्स को दिया फिटनेस मंत्र, वीडियो शेयर कर कहा- मैं इसे अपना बना लूंगा...

अनुपम खेर के साथ यह वाकया उस समय हुआ जब वह सुबह के समय खुली वादियों में सैर के लिए निकले थे। इस घटना का एक वीडियो अनुपम खेर ने अपने Koo एप अकाउंट पर शेयर किया, जिसमें वह एक शख्स से बात करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में आप देख सकते हैं कि अनुपम खेर ने उस शख्स से उनका नाम पूछा और जवाब में उन्होंने अपना नाम ज्ञानचंद बताया। क्या आप मुझे पहचानते हैं? इसके बाद अभिनेता ने उनसे कहा कि मैं अनुपम खेर हूं, लेकिन उस शख्स ने उनपर गौर नहीं किया।

इस बीच अनुपम खेर ने अपना मास्क उतारा, लेकिन वह शख्स तब भी उन्हें पहचान नहीं पाया. इसके बाद बातों में से बातें निकलती गईं और अनुपम खेर ने उनसे पूछ लिया कि क्या आप मुझे जानते हैं? शख्स ने जवाब दिया- “नहीं”। यह सुनकर अनुपम खेर कहते हैं कि यह कितनी अच्छी बात है कि इन वादियों के बीच लोग आपको पहचानते नहीं हैं। ज्ञानचंद के न पहचान पाने पर अनुपम खेर मजेदार अंदाज में कहते हैं कि “इस समय मुझे ऐसा लग रहा यही मैं चुल्लू भर पानी में डूब सकता हूं।”

इस बीच ज्ञानचंद कहते हैं कि सर आपने मास्क पहना था इसलिए नहीं पहचाना लेकिन अब पहचान लिया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- “मैं हमेशा गर्व से कहता हूं कि मैंने 518 फ़िल्में की हैं और मैं ये मानकर चलता हूं कि कम से कम हमारे भारत में तो सब मुझे पहचानते ही होंगे। लेकिन शिमला की नजदीक की पहाड़ी के पास वाले ज्ञानचंद जी ने मेरी ये गलतफहमी दूर कर दी। वो भी कितनी मासूमियत के साथ।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...