बुलंदशहर। देश में एकबार फिर इन्सानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामाने आयी है। 59 वर्षीय व्यक्ति सरकारी स्कूल में कार्यरत था चन्द दिनो बाद ही वह रिटायर होकर अपनी पत्नी व बच्चों के साथ मिलकर जिन्दगी के बाकी बचे दिन खुशहाल होकर जीना चाहता था लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी पत्नी और उसका बेटा ही नौकरी और पेंशन के लिए उसकी जान ले लेंगे। उसकी पत्नी व बेटे ने उसके तीन टुकड़े करके कूड़े में फेंक दिये थे।
बताया गया कि बीबीनगर इलाके में रहने वाले 59 वर्षीय तेजराम सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय में चपरासी थे। अगले साल ही वो रिटायर होने वाले थे। अचानक उनका शव तीन टुकड़ों में गांव के पास ही एक कूड़े के ढ़ेर में मिला तो इलाके में सनसनी फैल गयी। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पुलिस को बेटे पर शक हुआ। कड़ी पूछताछ हुई तो बेटे ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस को तब हैरानी हुई जब उन्हे जानकारी हुई कि तेजराम की पत्नी भी उसकी हत्या में शामिल थी।
पुलिस ने बताया कि बीते शनिवार रात तेजराम घर पर ही खाना खा रहे थे। उसी दौरान उसकी पत्नी ने पीछे से कुल्हाड़ी से वार कर उसके हाथ काट दिये, तेजराम वहीं गिर पड़े तो बेटे ने इसी दौरान उसकी गर्दन पर वार कर दिया। शव ले जाने में दिक्कत हो रही थी तो तेजराम के शव का उन्होने एक और टुकड़ा कर दिया और गांव के कूड़े के ढ़ेर में फेंक आये। एसपी बुलन्दशहर ने बताया कि तेजराम की हत्या उनकी पत्नी और बेटे ने पेंशन व नौकरी के लालच में की थी। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।