सोनौली। भारत नेपाल सीमा सोनौली बॉर्डर से नेपाल जा रही 446 यात्रियों की दो महिला कोरियन ग्रुप लीडर को सरकारी कार्य मे बाधा डालने के आरोप में आब्रजन अधिकारियों की तहरीर पर सोनौली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर उनका मोबाइल जप्त कर पूछताछ कर रही है। आरोप है कि महिला आब्रजन अधिकारियों को रिश्वत देकर यात्रियों को ले जाने की जल्दबाजी कर रही थी। मना करने पर गाली देने के साथ अन्य सरकारी कार्यो को करने से रोक रही थी।
शनिवार की सुबह करीब पांच बजे नो बस 446 कोरियन यात्रियों को लेकर सोनौली पहुची और बीजा पासपोर्ट के लिए आब्रजन कार्यालय पहुचे उसमें दो महिला जो अपने को ग्रुप लीडर कह रही थी । उन्होंने आब्रजन अधिकारियों को एक लिफाफा और सभी यात्रियों का पासपोर्ट दिया। जब अधिकारियों ने यात्रियों को कार्यालय तक आने की बात किया तो दोनों महिलाएं भड़क गयी।
आब्रजन अधिकारी ने बताया कि एक महिला साउथ कोरिया और दूसरी का जन्म यूएसए में हुआ है। दोनों अपने आप को ग्रुप लीडर बता रही है। जबकि इनके पास बिजनेस बीजा नही है। जांच के लिए सभी यात्रियों को बस से उतरने के लिए कहा गया जिस पर दोनों महिलाओ ने रिश्वत देने की कोशिश किया। मना करने पर गाली गलौज पर उतारू हो गयी और अन्य यात्रियों को चेक करने से रोकने लगी। काफी हंगामा करने पर पुलिस को सूचित किया गया।
इस सम्बंध में कोतवाल निर्भय कुमार सिह ने बताया कि आब्रजन अधिकारियों की तहरीर पर दोनों विदेशी महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है।