सोनौली:: महराजगंज जिले के सोनौली कोतवाली क्षेत्र के हरदी डाली गांव में स्थित एसएसबी 66वीं वाहिनी के बीओपी में बीते शनिवार रात करीब 11 बजे के लगभग एक जवान की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
एसएसबी के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। और कुछ भी बताते से कतरा रहे हैं। पर गोली जवान के सीने के बीच लगना और एसएसबी के अधिकारियों का चुप रहना मामले को संदिग्ध बना रही है। साथ ही कई सवाल भी खड़े कर रही है। रविवार की सुबह मामले की पड़ताल में मौके पर पहुंचे पत्रकारों को न तो कोई फोटो लेने की इजाजत दी गई और न ही किसी प्रकार की कोई जानकारी दी गई।
पुलिस ने मृतक जवान की जानकारी साझा की। और बताया की मृतक की उम्र करीब 32 वर्ष है। और वह जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर 6 का रहने वाला है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक रात 11 से 12 बजे के बीच बीओपी से फायरिंग की आवाज आई। पुलिस का भी बताना है कि घटना शनिवार देर रात की है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि एसएसबी ने पुलिस को सुबह क्यों बुलाया। करीब आठ घंटे तक एसएसबी क्या कर रही थी। बिना किसी जांच पड़ताल और पोस्टमार्टम के बगैर आत्महत्या कैसे कह दिया। अगर उसे स्वयं को गोली मारते अन्य जवानों ने देखा तो गोली लगने के बाद उसे तत्काल अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया।
इस मामले में सीओ नौतनवा राजू कुमार साव से बात करने के दौरान उन्होंने बताया। कि मृतक जवान बशर अहमद का शव उसके संतरी ड्यूटी स्थल के पास पड़ा पाया गया है। गोली उसके सीने को छेदते हुए ऊपर के छत में जा धंसी है। एसएसबी द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक जवान ने आत्महत्या की है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। जांच चल रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल पाएगा।