लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एनपीआर का विरोध किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वह नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) में अपना पंजीकरण नहीं कराएंगे। सपा सुप्रीमो ने इसके सम्पूर्ण बहिष्कार का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता भी एनपीआर का बहिष्कार करें। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजीपी यह नहीं तय करेगी कि कौन भारत का नागरिक है और कौन नहीं।
अखिलेश ने कहा कि, आज के नौजवानों को रोजगार चाहिए न कि एनपीआर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि, आजकल ब्रेकिंग न्यूज चल रही है चश्मा। आज के युवा इसको समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा के लोग मुकदमें से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि जब सीएम अपने मुकदमे वापस ले रहे हैं, तब मुकदमे किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार बनते ही नौजवानों के ऊपर लादे गए मुदकमे हम वापस लेंगे।
अखिलेश ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर इस देश के गरीब, मुसलमान और माइनॉरिटी के खिलाफ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हठ करने के कारण ही प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान लोगों की जान गई है। अखिलेश ने कहा कि सपा के लोग अन्याय के खिलाफ हैं। हम उनसे संघर्ष करेंगे।
बीजेपी सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई हिंसा में कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई? आज सभी फोटो और वीडियो मौजूद हैं उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो जनता को धमकी दे रहे हैं लेकिन ये मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिन्होंने खुद पर ही चल रहे मुकदमों को हटवा दिया और अब कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।