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राज्य सरकारें पत्रकार और उनके परिवार के सदस्यों को मेडिकल की सुविधा दे रही, तो योगी सरकार पीछे क्यों ?

कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को को झकझोर कर रख दिया है सभी राज्यों की सरकार आम जनता और वर्कर्स के लिए तरह तरह की सुविधाओं के निर्देश जारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार रिपोर्टिंग कर रहे हैं और लोगों तक खबरें पहुंचा रहे हैं।

By आराधना शर्मा 
Updated Date

लखनऊ: जहां एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को को झकझोर कर रख दिया है सभी राज्यों की सरकार आम जनता और वर्कर्स के लिए तरह तरह की सुविधाओं के निर्देश जारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार रिपोर्टिंग कर रहे हैं और लोगों तक खबरें पहुंचा रहे हैं।

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ऐसे में उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड समेत कई राज्यों ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित कर उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने का फैसला किया था। इसी के चलते 7 मई को दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट और डिजिटल मीडिया के पत्रकारों का बड़ी संख्या में मुफ्त वैक्सीनेशन दिये जाने का ऐलान किया था। साथ ही साथ उनके परिवारों के इलाज में होने वाले खर्च का सरकार वहन करेगी।

सीएम शिवराज ने लिया पत्रकारों के हित में फैसला

आज मध्य प्रदेश की सरकार की ओर से बड़े फैसले का ऐलान किया है। सरकार ने तय किया है प्रदेश में अगर कोई पत्रकार या उसके परिवार का कोई सदस्य कोरोना पीड़ित होता है तो उनका इलाज सरकार कराएगी। खास बात ये है कि इस फैसले में अधिमान्य और गैर अधिमान्य दोनों पत्रकार शामिल हैं।

सरकार की ओर से लिये गए फैसले के बाद सीएम शिवराज ने कहा मीडिया के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल के सभी सदस्य, अधिमान्य और गैर अधिमान्य पत्रकारों के कोरोना इलाज की चिंता सरकार करेगी।

इस योजना में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल के संपादकीय विभाग में काम कर रहे सभी पत्रकार, डेस्क में पदस्थ पत्रकार साथी, कैमरामैन, फोटोग्राफर सभी को शामिल किया जाएगा। मीडिया के साथियों के परिवार के कोरोना इलाज की चिंता भी सरकार करेगी। सभी मीडिया के साथी कोरोना महामारी के काल में जन जागृति का धर्म निभा रहे हैं।

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प्रदेश में अधिमान्य और ग़ैर अधिमान्य पत्रकार साथियों को पहले से ही पत्रकार बीमा योजना तहत इलाज की व्यवस्था की गई है। पत्रकार कल्याण योजना के ज़रिए उन्हें सहायता दी जा रही है। शासकीय अस्पताल, अनुबंधित निजी अस्पताल में सभी के लिए मुफ़्त इलाज की सुविधा भी है।

क्यों योगी सरकार नहीं ले रही सुध

उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले के तहत राज्य में पत्रकारों और उनके परिवारों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगेगी। साथ ही साथ सीएम योगी के फरमानो में पत्रकारों के लिए अलग वैक्सिनेशन सेंटर और प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन की सुविधा का प्रबंध भी किया। लेकिन पत्रकार के परिवार का यदि कोई सदस्य कोरोना पीड़ित होता है तो उनका इलाज की ज़िम्मेदारी किसी होगी? जब सभी राज्य की सरकारें मीडिया कर्मियों परिवार के कोरोना इलाज की चिंता कर रही है तो योगी सरकार पीछे क्यों?

पर्दाफाश के संपादक सीएम योगी आदित्यनाथ जी से गुजारिश की है कि कृपया उत्तर प्रदेश के  सभी स्तर के पत्रकारों के परिवार के लिए सुविधाएं मुहैया कराएं।

संपादक- मुनेन्द्र शर्मा 

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