फ़िल्मी दुनिया के सारे सितारे अपनी चमक से जाने जाते रहें है. लेकिन कुछ ऐसे सितारे भी है जो अपनी मौत के बाद भी लोगो के दिलों में जिन्दा है. आइये आज हम आपको 90 के दशक से अब तक के दिवंगत दिलो पर राज करने वाले सितारों के बारे में...
मुंबई: फ़िल्मी दुनिया के सारे सितारे अपनी चमक से जाने जाते रहें है. लेकिन कुछ ऐसे सितारे भी है जो अपनी मौत के बाद भी लोगो के दिलों में जिन्दा है. आइये आज हम आपको 90 के दशक से अब तक के दिवंगत दिलो पर राज करने वाले सितारों के बारे में…
मधुबाला अपने समय की जानी मानी अदाकारा रहीं. उनका जन्म इस्लामी परिवार में 14 फ़रवरी 1933 को हुआ. उन लोग 11 भाई बहन रहे. मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी रचाई, लेकिन उनको अपने ससुराल में स्वीकार नहीं किया गया. मधुबाला को शुरू से ही ह्रदय की बिमारी थी, जिनके कारण उनकी मौत हो गई और अपने जीवन के आखरी समय उन्होंने बिस्तर पर खत्म किया. इनके जैसी खुबसूरत अदाकारा दोबारा देखने को नहीं मिली. 70 फ़िल्मो में अभिनय किया. 23 फ़रवरी 1969 को बीमारी से मृत्यु हो गई.
किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को एम् पी के खंडवा जिले में हुआ था. उनके पिता वहाँ के जाने माने वकील थे. इनका नाम आभास कुमार गांगुली था. किशोर कुमार ने अपना करियर एक अभिनेता के रूप में 1946 में शुरू किया था. शिकारी उनकी पहली फ़िल्म थी.
1950 में बनी फ़िल्म “प्यार” में उनको पहली बार गाना गाने का मौका मिला. 13 अक्टूबर, 1987 में उनकी मौत हो गई थी. उनकी चार पत्नियां थी पहली रुमा, मधुबाला, योगिता बाली, और लीना चंद्राकर. 1940 से वर्ष 1980 के बीच के 574 से ज्यादा गाने गाए थे. उन्होंने 81 फ़िल्म में अभिनेता के तौर पर काम किया और 18 फ़िल्मों के निर्देशक रहे.
प्राण का जन्म दिल्ली में हुआ था. प्राण ने अनेकों फिल्मों में बेहतरीन भूमिकाएँ निभाईं. 1945 में उनका विवाह शुक्ला से हुआ. उनके दो बेटे अरविन्द, सुनील और एक बेटी पिंकी थी. भारत पाकिस्तान के बटवारे के बाद प्राण मुंबई में आकर बस गए. प्राण के लिए कहा जाता है कि वो यारों के यार थे. फिल्मो में उनकी भूमिका एक नकारात्मक रूप में होती थी लेकिन अपनी वास्तविक ज़िन्दगी में वो सबसे चाहिए और बहुत अच्छे इंसान थे. उनको खेल से बहुत लगाव था. इनकी मौत 12 जुलाई 2013 को लीलावती हॉस्पिटल में हुई उन्होंने 400 फिल्मों में अभिनय किया था.
दिव्यभारती का जन्म 14 फ़रवरी 1974 को हुआ था उन्होंने तमिल एवं तेलुगु फिल्मों में सबसे पहले अभिनय किया. उनकी पहली फ़िल्म तेलुगु में थी जिसका नाम “बोब्बिली राजा” था. उन्होंने कुल 18 फिल्मे की, जिनमे से 2 उनकी मौत के बाद रिलीज हुई. दिव्या को सबसे ज्यादा पहचान उनकी विश्वात्मा फ़िल्म से मिली. दियाभारती का विवाह 1992 में फ़िल्म निर्देशक साजिद नाडियावाला से हुआ था और 5 अप्रैल 1993 को उनकी एक दुर्घटना में मौत हो गई.
अमरीश पुरी का जन्म २२ जून 1932 को लाहौर – पाकिस्तान में हुआ था. सबसे पहले श्रम मंत्रालय में काम किया. फिर नाटकों में काम करना शुरू कर दिया. इनकी अनगिनत सुपर हिट फिल्मे रही. सकारात्मक से ज्यादा नकारात्मक किरदार में इनको प्रसिद्धि मिली. इनकी मौत ब्रेन ट्यूमर से 12 जनवरी 2005 को हुई . वे 72 वर्ष के थे.
ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई में हुआ था. ऋषि कपूर बॉलीवुड के एक ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई और लोगों को काफी लंबे समय तक इंटरटेन भी किया। उनकी कई फिल्में आज भी लोगों के दिलों-दिमाग में बसी हुई हैं। कैंसर के चलते 30 अप्रैल 2020, सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुम्बई में अंतिम सांस ली।
शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम….कहने को तो ये एक आम डायलॉग है लेकिन जिस लय के साथ इरफान खान ने इसे कहा वो लोगों के दिलों में उतर गया। इरफान खान का जन्म 7 जनवरी 1967, टोंक में हुआ था. इरफान के अंदर जो प्रतिभा थी उसे किसी अवॉर्ड से नवाजने की जरूरत नही पड़ी थी। उनके चाहने वाले उनके हुनर से परिचित थे। जब 29 अप्रैल 2020 को इरफान खान इस दुनिया से चले गए तो फैंस के साथ साथ बॉलीवुड को भी गहरा धक्का लगा क्योंकि इस इंडस्ट्री ने अपने सबसे चमकदार सितारे को खो दिया था।
सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी 1986 पटना बिहार में हुआ था. सुशांत सिंह राजपूत उन बेहतरीन कलाकारों में से एक थे जिनका बॉलीवुड इंडस्ट्री से कोई नाता नहीं था सिर्फ अपनी मेहनत और लगन की बदौलत ही उन्होंने बॉलीवुड में अपना मुकाम हासिल किया था. ये एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं एक अच्छे इंसान भी थे इसका एक सबूत यह भी आज भी लोगो के दिलो में जिन्दा है.