Nag Panchami 2022 Date : नाग पचंमी का त्योहार सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाया जाता है। सावन मास में पड़ने वाले इस त्योहार को बहुत धूम धाम से मनरया जाता है।
Nag Panchami 2022 Date : नाग पचंमी का त्योहार सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाया जाता है। सावन मास में पड़ने वाले इस त्योहार को बहुत धूम धाम से मनरया जाता है।
jaya parvati vrat 2022 date : आषाढ़ माह में माता पार्वती की पूजा आराधना का बहुत महत्व है। इस माह में शिव पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है। शिव पूजा में शिव परिवार के सभी सदस्यों की पूजा का विधान है। इस माह में विशेष फलित व्रत जया पार्वती
Ganga Saptami 2022 : नदियों में गंगा की खास महिमा है। गंगा पवित्रता की प्रतीक है। गंगा नदी को मां गंगा कहा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि गंगा स्नान मात्र से सारे पाप धुल जाते हैं। गंगा का धार्मिक महत्व के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। गंगा सप्तमी का दिन
Ram navmi 2022 : नवरात्रि में राम नवमी को बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि त्रेतायुग में इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र श्री राम के रूप में अवतार लिया था। इस बार ये उत्सव 10 अप्रैल, रविवार को है। चैत्र मास
Holashtak 2022 : ग्रह मंडल में ग्रहों की चाल बदलने का प्रभाव जीव जगत पर पड़ता है। कुछ ग्रह शांत प्रकृति के होते है तो कुछ ग्रह उग्र प्रकृति के होते है। रंगों का त्योहार होली आने वाली है। होली के पहले होलाष्टक लग जाता है।वैदिक पंचांग के अनुसार इस
Holi 2022 : खुशियों और रंगों के त्योहार होली बहुत ही धूमधाम से मनायी जाती है। उड़ते अबीर और गुलाल के रंगारंग त्योहार को हर आयु वर्ग के लोग मनाते है। इस त्योहार को मनाने के पीछे की मान्यता बहुत ही प्राचीन है। होली के त्योहार को लेकर बच्चों और
Paush Amavasya 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष माह दसवां महीना है। पौष माह की अमावस्या की यह तिथि देवताओं की पूजा करने और मृत पूर्वजों के लिए अनुष्ठान करने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित होती है। ऐसी मान्यता है कि इस माह में
Tulsi Vivah 2021: सनातन धर्म तुलसी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता तुलसी मानव जीवन के सभी कष्टों का निवारण करतीं है। धर्मिक ग्रंथों के अनुसार,कार्तिक के महीने में देवोत्थान एकादशी के दिन तुलसी विवाह होता है।बता दें कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष